भागलपुर में समानांतर पुल बनने का काम शुरू हो गया है। 4.367 किमी लंबे पुल के सर्वें का काम बुधवार को पूरा हो गया। एलएंडटी कंपनी के इंजीनियर ने सर्वे के बाद पाया कि गंगा नदी में यहां पर पुल बनने में कोई समस्या नहीं है। इसके पहले ड्रोन व मैथेमेट्रिक्स सर्वें का काम हुआ था। यहां काम कर रहे एक अधिकारी ने बताया कि सर्वें का काम पूरा हो गया है। अभी गंगा में पानी अधिक है। एक माह में जब पानी कम हो जाएगा तो पुल निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

बताया गया कि पुल का निर्माण विक्रमशिला सेतु से 50 मीटर पूरब में होगा। 68 पायों वाले इस पुल के दोनों ओर फुटपाथ होगा। गंगा नदी पर 120 मीटर का स्पैन बनेगा। भागलपुर की ओर 987 मीटर और नवगछिया की ओर 875 मीटर पुल का पहुंच पथ बनना है। वहीं पुल के नीचे जहाज निकलने के लिए इनलैंड वाटर वेज ऑथिरिटी ऑफ इंडिया की आवश्यकता के अनुसार पर्याप्त जगह छोड़ी जाएगी।

4.367 किमी लंबे पुल में होंगे 68 पाये

4.367 किमी लंबे इस पुल में 68 पाये होंगे। पुल के निर्माण के लिए 21.3 हेक्टेयर भूमि की जरूरत होगी। पुल के लिए भू-अर्जन की कार्रवाई लगभग पूरी हो चुकी है। अगले दस साल तक निर्माण एजेंसी को ही पुल का संरक्षण करना होगा। पुल के बन जाने से लोगों को हर दिन विक्रमशिला सेतु पर लगने वाले जाम से निजात मिल जाती है। इस के माध्यम से पूर्वी बिहार से सीमांचल और कोसी की राह आसान हो जाएगी।

रोडिक कंसल्टेंट बनायेगा पुल का डिजायन

Whatsapp group Join

विक्रमशिला पुल के समानांतर पुल का डिजायन इंफ्रास्ट्रक्चर कंसल्टेंसी रोडिक कंसल्टेंट द्वारा किया जायेगा। इस पुल को स्टील फाइबर व रिइंफोर्सड कंक्रीट टेक्नॉलोजी का इस्तेमाल कर बनाया जायेगा। 4.367 किमी लंबे नए फोरलेन पुल का निर्माण अगले चार साल में पूरा करने का लक्ष्य है। रोडिक कंसल्टेंट के डायरेक्टर मनोज कुमार ने बताया कि पुल के निर्माण में स्टील फाइबर-प्रबलित कंक्रीट तकनीक (एसएफआरसी) का इस्तेमाल किया जायेगा।