नवगछिया। विधवाओं का गांव कहे जाने वाले भवानीपुर में पहली बार पंचायत चुनाव में बुलेट पर ईवीएम मशीन भारी पड़ता दिखा। भवानीपुर जहां गोलियों की तड़तड़ाहट से लोगों की नींद खुलती थी। दिन के उजाले में लोगो को मौत के घाट उतार दिया जाता था। अपराधियों द्वारा मतदाताओं को मतदान केंद्रों से डरा धमका कर भगाकर जबरन बूथ कैप्चर कर मुहर लगा दी जाती थी।

चुस्त-दुरुस्त प्रशासनिक व्यवस्था और चुनाव आयोग द्वारा ईवीएम मशीन से पंचायत चुनाव करवाने के निर्णय ने अपराधियों-बहुबलियों के मंसूबे पर पानी फेर दिया। अपराधी अपने आपको असहाय महसूस कर रहे हैं। असहाय बेबस बाहुबलियों को मतदान केंद्र के आसपास व चुपचाप खड़ा होते देखा गया।

जो कल तक वोट गिरवाने का ठेका लिया करते थे। आज खुद के वोटों के लाले पड़ गए हैं। भवानीपुर, सधुआ चापर, बनिया वैसी पंचायतों में पहली बार मतदाताओं ने निर्भीक होकर घर से बाहर निकलकर अपने मन सूझबूझ से मतदान किया। पहली बार बुलेट पर ईवीएम मशीन भारी पड़ा।