रंगरा थाना क्षेत्र के भीमदास टोला में सैलून चलाने वाले अरविंद ठाकुर आजकल पुलिस से परेशान हैं। इनके 12 वर्ष के बेटे अमित कुमार का 11 मार्च को स्कूल जाने के दौरान अपराधियों ने अपहरण कर लिया था।

काफी दबाव के बाद 14 मार्च को अपराधियों ने उसे मुक्त कर दिया। मुक्त होने के बाद अमित ने पुलिस को जो बयान दिए वह काफी चौंकाने वाले हैं। अमित ने पुलिस को बताया कि दियारा में जहां अपराधियों ने उसे रखा था वहां पर 10 बच्चे और थे। किसी के हाथ पर जख्म के निशान हैं तो किसी के पैर पर जख्म के निशान हैं। उसे यह नहीं मालूम कि वे बच्चे कौन हैं और कहां के रहने वाले हैं। छोड़ने के नाम पर वे लोग पैसे लेने की बात कर रहे थे। अमित ने पुलिस को बताया कि उसे तीन लोगो ने उठाया था, जिसमें एक उसके घर के बगल का रहने वाला है।

उसे पहले गाड़ी से गंगा किनारे ले जाया गया, जहां नहाने के लिए उसका टी शर्ट उतारा गया मगर नहाने नहीं दिया गया। उसे एक मकान में आंख पर पट्टी बांध कर रखा गया था। खाना खाने के दौरान पट्टी खोला गया तो उसने 10 बच्चों को वहां देखा जिनके शरीर पर चोट के निशान थे। उधर, पुलिस बार-बार अमित को बयान देने के लिए बुला रही है। अमित के साथ उसके पिता को भी दुकान छोड़कर जाना पड़ता है।

Whatsapp group Join

इससे वह काफी परेशान हैं। पुलिस उनसे कहती है कि अमित झूठ बोल रहा है। बेटे के झूठ बोलने पर आप पर भी कार्रवाई होगी। पुलिस का कहना है कि अमित ने भूत देखा होगा। वह बच्चा है और भूत को देखकर काफी डर गया होगा। इसलिए वह इस तरह की बात कह रहा है। उधर, अरविंद ठाकुर के बयान पर अर्जुन मंडल व दो अज्ञात पर मामला दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल अपराधी खुलेआम गांव में घूम रहे हैं। इससे अमित के माता-पिता किसी अनहोनी की आशंका से डरे-सहमे हैं।