नवगछिया के राजेंद्र कॉलोनी जिसे नवगछिया का दिल कहा जाता है वहां कई वर्षों से कोर चक्का तक जाने वाली सड़क जर्जर स्थिति में है। सड़क की हालत यह है कि हल्की सी बरसात मुसीबत बन जाती है। विभाग के अनुसार रेल गुमटी से कोर चक्का तक करीब 4 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण होना है। मगर कई वर्षों के बाद भी इस सड़क की सुध लेने वाला कोई नहीं है। ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा इस सड़क को बनाने के लिए वर्ष 2013 में मधेपुरा की कंपनी पंकज कुमार को इसका टेंडर दिया गया था। जिसे वर्ष 2014 में यह सड़क पूरा कर लेना था। सड़क बनाने की शुरुआत तो की गई मगर अधर में ही संवेदक काम छोड़कर फरार हो गए।

सड़क के किनारे लगे बोर्ड में कार्य की प्राक्कलन राशि लगभग 176.93 लाख रुपए अंकित है। ग्रामीण कार्य विभाग के एसडीओ अनिल कुमार ने बताया कि सड़क के लिए पूर्व में निविदा निकालकर मधेपुरा के पंकज कुमार नामक संवेदक को काम करने के लिए दिया गया था। मगर वह आधा अधूरा काम ही कर सका और बीच में भाग गया जिस कारण उसकी कंपनी को ब्लैक लिस्टेड करते हुए कागजी कार्रवाई भी की गई है। सड़क निर्माण को लेकर नया डीपीआर पटना भेजी गई थी। मगर विभाग द्वारा पुनः नए रेट से डीपीआर मांगा गया है। जिसे भी भेजा जा रहा है बरसात भर कागजी करवाई पूरी हो जाएगी। और काम संभवत शुरू कर दिया जाएगा।

बरसात में पैदल चल पाना भी मुश्किल

जर्जर यह सड़क आस-पास के गांव सिमरा, कोरचक्का, उजानी सहित अन्य गांवों को भी जोड़ता है। यह सड़क इन गांवों के लिए नवगछिया मुख्य बाजार आने का मुख्य रास्ता है। कई बार इस सड़क को लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने विभाग को आवेदन भी दिया मगर कोई सुनवाई नहीं हो सकी है। ग्रामीण मनीष कुमार, दिनकर झा , राजीव कुमार, छोटू कुमार ने कहा कि सड़क की स्थिति यह है कि बरसात में पैदल चल पाना भी मुश्किल हो जाता है अगर चार पहिया वाहन गलती से सड़क में घुस जाए तो उसे निकाल पाना संभव नहीं है। सड़क निर्माण हो जाने से लोगों को काफी राहत मिलेगी। बरसात में भी लोग आसानी से चल पाएंगे।

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