कदवा के किसान राजो राय हत्याकांड के 26 दिन बाद पुलिस ने मामले का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने किसान के पोता अमित कुमार को शुक्रवार की रात उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद पुलिस ने जब उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना अपराध कबूल कर लिया। गिरफ्तार अमित ने पुलिस को बताया कि पैतृक संपत्ति के विवाद में मैंने दादा राजो राय की धारदार हथियार से सिर और गर्दन पर हमला कर हत्या कर दी थी।

उसने बताया कि दादा ने जमीन के बंटवारे में मेरे पिता रामचंद्र राय को कम जमीन दी थी। पिता के हिस्से की एक बीघा जमीन चाचा ज्ञानचंद्र कुमार राय को दे दी थी। मैं अक्सर इसका विरोध कर दादा से उचित बंटवारा करने के लिए कहता था। लेकिन उनका कहना था कि जमीन मेरे नाम से है। ज्ञानचंद्र मेरा छोटा बेटा है, इसलिए उसे एक बीघा अधिक जमीन दी है। यह मेरी मर्जी है कि अपनी जमीन किस बेटे को कितना दूं। इसी रंजिश में मैंने उन्हें मार डाला। पुलिस ने शनिवार को अमित को कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

16 नवंबर को हुई थी किसान की हत्या

कदवा में 16 नवंबर को वृद्ध किसान राजो राय की हत्या कर दी गई थी। वारदात को उस वक्त अंजाम दिया गया था जब किसान अपने बासा से सुबह करीब 4 बजे शौच के लिए बहियार गए थे। इसी बीच खेत में उनकी धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। इस मामले में किसान के छोटा बेटा ज्ञानचंद्र कुमार राय ने अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। घटना के बाद पुलिस लगातार छानबीन कर मामले का खुलासा करने में जुटी थी। पुलिस अनुसंधान में किसान के पोता अमित कुमार की भूमिका संदिग्ध पाई गई।

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