भागलपुर। वर्ष के अंतिम दिन समीक्षा भवन में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए डीएम सुब्रत कुमार सेन ने एक वर्ष के दौरान किए गए कार्यों का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया। डीएम ने कहा कि मैंने जिला की तीन बड़ी परियोजनाओं के क्रियान्वयन को अपनी प्राथमिकता में शीर्ष पर रखा। उन योजनाओं को पूर्ण कराने की दिशा में लगातार प्रयास किए गए। जिसका सकारात्मक असर भी दिखने लगा है। अगले वर्ष जिला की सूरत बदली-बदली नजर आएगी।

सुल्तानगंज में गंगा नदी पर बनने वाला पुल महत्वपूर्ण परियोजनाओं में शामिल है। काफी समय से भू अर्जन का मामला लंबित था। मैंने लगातार रैयतों से बात कर समस्याएं दूर करने का प्रयास किया। पुल और एप्रोच पथ के हिस्से में भू अर्जन की समस्या पूरी तरह से दूर कर ली गई है। नए वर्ष में मार्च तक सुल्तानगंज आगुवानी गंगा घाट पुल के निर्माण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

नवगछिया में बनने वाला प्रोटेक्शन बांध जिला के लिए दूसरा सबसे महत्वपूर्ण परियोजना है। प्रोटेक्शन बांध (सुरक्षा तटबंध) का स्ट्रक्चर जहान्वी चौक तक दिखने लगा है। यही कारण है कि नवगछिया शहर इस बार बाढ़ प्रभावित होने से बच गया। शेष हिस्सों में भी अर्थ फिङ्क्षलग का काम चल रहा है। विभाग से राशि आ गई है।

मुंगेर से मिर्चाचौकी तक बनने वाला फोरलेन जिला के विकास के लिए सबसे महत्वपूर्ण परियोजना है। इस परियोजना के लिए 92 मौजा में जमीन का अधिग्रहण होना है।

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79 मौजा का एवार्ड घोषित किया जा चुका है। 59 मौजा में जमीन का दखल एनएचएआइ को सौंप दिया गया है। डिमार्केशन (सीमांकन) का काम पूरा कर लिया गया है। भूमि अधिग्रहण के बाद 142 करोड़ रुपये मुआवजा का भुगतान रैयतों के बीच किया जा चुका है। नोटिस के बाद भी जिन लाभुकों ने मुआवजा की राशि नहीं ली, वैसे रैयतों के लिए 107 करोड़ रुपये मुआवजा राशि न्यायालय में जमा किया जा चुका है। 15 जनवरी तक न्यायालय में दो सौ करोड़ रुपये जमा करा दिए जाएंगे। इस परियोजना पर तीन फेज में काम किया जाना है। जनवरी से दो पैकेज का काम दो एजेंसी शुरू कर देगी। एजेंसी के साथ पुलिस और दंडाधिकारी की भी प्रतिनियुक्ति की गई है, ताकि निर्बाध रूप से कार्य पूरा किया जा सके।

यह रही उपलब्धि

धान अधिप्राप्ति

15 हजार मीट्रिक टन धान की खरीद हुई

60 हजार मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य है निर्धारित

22 करोड़ रुपये किसानों को किया भुगतान

स्थानीय प्राकृतिक आपदा में 255 लोगों की मौत हुई। 10 करोड़ 20 लाख रुपये मुआवजे का हुआ भुगतान

बाढ़ में एक लाख 63 हजार परिवार को जीआर राशि के रूप में 101 करोड़ रुपये का किया गया भुगतान

कोरोना में 249 लोगों की मौत हुई। मृतक के स्वजनों को 11 करोड़ रुपये मुआवजा का किया गया भुगतान