भारत में कोरोना वायरस का संक्रमण जंगल में आग की तरह फैल रहा है ऐसे में देखा यह जा रहा है कि अधिकतर भारतीय डिप्रेशन में हैं और इस परिस्थिति में चिंता और भय के माहौल में हैं. देश में चिकित्सा संकट बढ़ रहा है और साथ ही बढ़ रही लोगों की मानसिक बीमारी.

एक सर्वे में इस बात का को जानने की कोशिश की गयी कि कोरोना महामारी के इस दौर में आम आदमी किस मानसिक परेशानी का शिकार हो रहा है और वह सरकारी व्यवस्थाओं से कितना संतुष्ट है.

भारत में कोरोना की दूसरी लहर ने घबराहट का माहौल बना दिया है. हर रोज देश में लगभग चार लाख संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं. अस्पतालों में बेड नहीं हैं कोई आॅक्सीजन की कमी से जिंदगी की जंग हार रहा है तो कोई तनाव से परेशान है.

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सर्वे के दौरान जब आम लोगों से बात की गयी तो 23 प्रतिशत लोगों ने यह कहा कि वे परेशान हैं और घबराहट में हैं. आठ प्रतिशत का कहना है कि वे डिप्रेशन में हैं और उदास हैं.

लगभग 20 प्रतिशत का कहना है कि वे गुस्से में हैं और परेशान हैं. वहीं दस प्रतिशत लोग अत्यधिक गुस्से का शिकार हैं. आठ प्रतिशत लोग उम्मीद से परिपूर्ण हैं, जबकि सात प्रतिशत लोग शांत हैं.

इस सर्वे में यह बात खुलकर सामने आयी है कि देश के 61 प्रतिशत लोग गुस्से, घबराहट और डिप्रेशन में हैं. इस सर्वे में 8,141 लोग शामिल हैं.