
बिहार के मध्य और उत्तरी भाग में पूर्वानुमान के मुताबिक मध्यम से भारी की स्थिति शुरू हो गई है। पिछले 24 घंटे में राज्य के उत्तर पूर्वी और उत्तर पश्चिमी भाग में एक दो जगहों पर अत्यधिक भारी बारिश दर्ज की गई है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!मोतिहारी में सबसे ज्यादा 130 मिमी बारिश हुई। बसुआ में भी 130 मिमी, सुपौल और चकिया में 110 मिमी, मधेपुरा और कुर्सेला में 90 मिमी और उदय किशनगंज में 80 मिमी बारिश हुई। भारी गरज तड़क और वज्रपात की भी सूचना है।
पटना सहित मध्य बिहार में भी बारिश शुरू
गुरुवार को आरा, बक्सर, गोपालगंज, सीवान, औरंगाबाद, अरवल, जहानाबाद, गया , समस्तीपुर सहित कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। मानसून ट्रफ के पटना और भागलपुर से गुजरने की वजह से इसका असर पटना के मौसम पर भी पड़ा। दिन में घने बादल छा गए और जिले के आधे भाग में झमाझम बारिश हुई। हालांकि शहर में मात्र 4.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। पिछले 24 घंटे में कुल 16.4 मिमी बारिश हुई। भागलपुर में 4.8 मिमी बारिश हुई।
मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक अगले 24 घंटो में मानसून की अक्षीय रेखा हिमालय की तराई क्षेत्र की ओर शिफ्ट रखने के आसार हैं ऐसे में उत्तर बिहार में भारी बारिश की स्थिति बन रही है। गुरूवार रात से ही कुछ जिलों में प्रभाव दिखने लगेगा। तीन दिनों में भारी बारिश, बादल गरजने और वज्रपात की चेतावनी है। पटना, गया, पूर्णिया और भागलपुर में बादल छाए रहने के आसार हैं । पटना में शुक्रवार और शनिवार को रुक रुक कर बारिश होती रहेगी।
उमस से फजीहत
बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी वाली हवाओं की वजह से उत्तर बिहार सहित राज्य के अधिकतर भाग में उमस से लोग बेहाल हैं। इन नमी वाली हवाओं की वजह से बादलों के बनने और उनके बरसने की स्थिति भी तेजी से बन रही है। पटना में गुरुवार को पारा नीचे उतरा और सामान्य से तीन डिग्री कम 30.3 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। गया का अधिकतम पारा 30, भागलपुर का 34.4 और पूर्णिया का 33 डिग्री सेल्सियस रहा। इन जगहों पर मौसम और पारे में एक – दो दिन कोई खास बदलाव के आसार नहीं हैं।