भागलपुर। सपने जिनके ऊंचे होते हैं, राह वो जल्द बदलते हैं। कुछ ऐसा ही किया भागलपुर से तैयारी कर रहे कनिष्क ने और उनका साथ उनकी पत्नी ने बाखूबी निभाया। 2015 में शादी के बाद प्राइवेट नौकरी करने वाले कनिष्क श्रीवास्तव ने उसे छोड़ अपनी पढ़ाई जारी कर दी। पत्नी भागलपुर के सुंदरवती महिला कालेज (एसएम कालेज) में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं, तो वे यहां आ गए और अपना ध्यान केंद्रित किया। परिणाम ये रहा कि गुरूवार को जारी हुए बीपीएससी 65th के फाइनल रिजल्ट में वे सफल हुए।

एसएम कालेज की असिस्टेंट प्रोफेसर डा. सुप्रिया श्रीवास्तव के पति कनिष्क श्रीवास्तव ने बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की परीक्षा में सफलता हासिल की है। उन्हें बीपीएससी में 35वां स्थान प्राप्त किया है। उन्हें डीएसपी के पद के लिए चुना गया है। कनिष्क ने बताया कि वे मूलरूप से मोतीहारी पूर्वी चंपारण के रहने वाले हैं। सुप्रिया दर्शनशास्त्र की प्रोफेसर हैं। उनके पिता केके श्रीवास्ताव सरकारी सेवा से सेवानिवृत हुए हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा दीक्षा मोतीहारी से ही हुई है। इसके बाद उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई इलेक्ट्रिक एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग से पूरी की।


बीपीएससी की तैयारी के बारे में कनिष्क ने बताया कि 2018 से उन्होंने तैयारी शुरू की थी। यह उनका दूसरा प्रयास था। पहले प्रयास में जो रैंक आई थी, उससे वे संतुष्ट नहीं थे, इस कारण उन्होंने अपनी तैयारी नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा कि लोगों को प्रयास नहीं छोड़ना चाहिए। कहा कि इससे भी बेहतर करने का प्रयास जारी रहेगा। युवाओं को उन्होंने संदेश देते हुए कहा कि सतत प्रयास और लक्ष्य निर्धारण से सफलता संभव है। इस कारण प्रयास कभी नहीं छोड़ना चाहिए। उन्होंने कुछ दिनों तक प्राइवेट नौकरी की थी, जिसके बाद तैयारी शुरू कर दी।

सुप्रिया और कनिष्क की शादी 2015 में हुई थी। सुप्रिया 2017 बैच की असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। वे मूलरूप से खगड़िया जिले की रहने वाली हैं। दोनों अभी भागलपुर में ही रहते हैं। कनिष्क भागलपुर में ही रहकर तैयारी करते थे। उनकी सफलता पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। सभी फोन, इंटरनेट मीडिया के माध्यम से बधाई दे रहे हैं। सफलता का श्रेय कनिष्क ने अपने पिता और परिवार को दिया है। उन्होंने कहा कि परिवार के भरोसे और मदद से ही उन्होंने सफलता हासिल की है।

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