खरीक : बिहपुर प्रखंड के गोविंदपुर में हो रहे भीषण कटाव में तकरीबन 200 परिवार के लोगों का घर कोसी कटाव में ध्वस्त होकर कोसी नदी में समा गया. दर्जनों लोगों का घर कटाव की मुहाने पर है. मध्य विद्यालय गोविंदपुर कटाव के मुहाने पर है. जिस रफ्तार से कटाव हो रहा है कभी भी पूरा विद्यालय ध्वस्त होकर कोसी में समा जाएगा.कटाव पीड़ितों के समक्ष विस्थापन और पलायन एक बहुत बड़ी समस्या है.

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कोरोना का प्रभाव- कोरोना के प्रभाव से गांव के दर्जनों नवयुवक मुंबई मेरठ गाजियाबाद दिल्ली समेत कई शहरों से पलायित होकर गांव आए.कोसी नदी की करवट बदलने से गांव के चारों तरफ भीषण कटाव शुरू हो गया. लोगों के सामने आशियाना बचाना एक बड़ी समस्या है. लेकिन कोसी कटाव की त्रासदी के सामने लोगों की एक न चली. बीते 1 माह से हो रहे भीषण कटाव में एक एक कर गोविंदपुर के 200 लोगों का घर कट कर उसी में समा गया.दर्जनों लोगों का घर कोसी कटाव के मुहाने पर है.

कटाव प्रभावित परिवार बीवी बाल बच्चे मिलकर अपने ही बनाए आशियाने को तोड़ तोड़कर ईट निकाल रहे हैं.भीषण कोसी कटाव को देखकर कटाव प्रभावित रघुनंदन ऋषि देव वार्ड सदस्य गुरुदेव ऋषि देव को ऐसा लग रहा है कि यदि मकान तोड़कर नही हटाई गई तो यह मकान भी दो-चार दिन में कोसी के गर्भ में समा जाएगा. लोग अपने अपने घरों को तोड़कर फ्लाइट हो रहे हैं मुसीबत की घड़ी में हम लोगों को कोई सहारा नहीं मिल रहा है कोई भी राजनीतिक और पार्टी के प्रतिनिधि गोविंदपुर पहुंचकर लोगों को आश्वस्त नहीं किया और ना ही भरोसा दिया है.

मुसीबत की घड़ी में किसी ने नहीं ली सुध

विस्थापितों का मुसीबत की घड़ी में किसी ने सुध नहीं लिया फरवरी 2019 से गोविंदपुर में लगातार कटा हो रहा है.बीते 2 सप्ताह में जिन लोगों का घर कटकर कोसी में समा गया उसमें गोपाल ऋषिकेश,महेंद्र ऋषिदेव, चंद्रदेव ऋषिदेव,अशोक ऋषिदेव, रघुनंदन विष्णुदेव,अजित ऋषि देव समेत दर्जनों लोग शामिल हैं.