
शनिवार सुबह भागलपुर कैंप जेल से सीवान के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन को रिहा कर दिया गया। पिछले 11 सालों से जेल में सजा काट रहे शहाबुद्दीन को पटना हाई कोर्ट ने गुरुवार को बेल दिया था। सीवान से रिलीज आदेश पहुंचने के वाद शहाबुद्दीन सुबह साढे सात बजे भागलपुर कैंप जेल से बाहर आ गए। जेल से छूटते ही शहाबुद्दीन ने कहा कि लालू ही उसके नेता हैं।
लालू ही मेरे नेता
जेल से रिहा होते ही शहाबुद्दीन ने कहा कि लालू यादव ही उसके नेता हैं। मैंने कभी भी बैकडोर पॉलिटिक्स नहीं की है। मैं 13 साल बाद अपने गांव जा रहा हूं।
नीतीश को बताया परिस्थिति का सीएम
जेल भेजने के पीछे नीतीश सरकार के हाथ के सवाल पर शहाबुद्दीन ने कहा कि नीतीश कुमार परिस्थितिवश सीएम बने हैं । सभी जानते हैं कि मुझे फंसाया गया है। मैं दस साल तक किसी के संपर्क में नहीं था। एक अन्य सवाल के जवाब में शहाबुद्दीन ने कहा कि सीवान में 22 लाख लोग रहते हैं। एक व्यक्ति क्या कह रहा है इसका कोई मतलब नहीं है। बहुमत की क्या राय है ये देखिए।
भाजपा पर साधा निशाना
भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी पर पूछे एक सवाल के जवाब में बाहूबली नेता व पूर्व सांसद ने कहा कि उन्हें कोई गंभीरता से नहीं लेता। मैंने कभी भी उन्हें गंभीरता से नहीं लिया।
स्वागत में पहुंचे विधायक व एमएलसी
जेल के बाहर उनके स्वागत के लिए राजद और जदयू के कई एमएलए, एमएलसी, राजद के पदाधिकारी और काफी संख्या में समर्थक मौजूद थे। करीब 200 गाड़ियों के काफिले के साथ वे सीवान के लिए रवाना हुए।
पत्रकार राजदेव रंजन के परिवार से मिलूंगा
जेल से शहाबुदीन सुबह सात बजे निकला। मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान उसने कहा कि सीवान में पहले पत्रकार राजदेव रंजन के परिवार से मिलने उनके घर जाएंगे। जेल में ग्यारह साल तक डायरी लिखे हैं।लोगों को मेरा उजला कपड़ पसंद है। जरुरत पड़ तो जिंस पैंट भी पहनेंगे। सुशील मोदी के बयान को कभी गंभीरता से नहीं लेता।
शहाबुद्दीन पटना रवाना
जेल से निकलने के बाद शहाबुद्दीन ने अपने समर्थकों का अभिनन्दन किया और WB02AG 8786 पजेरो स्पोर्ट्स गाड़ी में बैठकर नौगछिया के रास्ते पटना के लिए रवाना हो गए। समर्थकों ने बताया की वे पटना में कई वरीय नेताओं से मिलने के बाद सीवान के लिए रवाना होंगे।
लालू ने ही शहाबुद्दीन को जेल भेजा
शहाबुद्दीन के जेल से रिहा होने पर जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो व मधेपुरा से सांसद पप्पू यादव ने कहा कि लालू यादव ने ही उन्हें जेल भेजा था। वे किसी के नेता नहीं। एक अन्य सवाल के जवाब में पप्पू यादव ने कहा कि मैं नीतीश कुमार पर कोई प्रश्न चिह्न नहीं लगाना चाहता। वे वैचारिक नेता हैं।