नवगछिया। नवगछिया व्यवहार न्यायालय के प्रांगण में शुक्रवार को उस समय अफरातफरी मच गई जब हत्या के मामले के जिस आरोपी का फैसला न्यायालय को सुनाना था, उसकी मौत की खबर आग की तरह फैल गयी। फैसला सुनने आये आरोपी मो. फैयाज आलम के पिता मो. मकसूद और उसकी पत्नी दहाड़ मारकर रोने लगी। सूचना मिलने पर न्यायालय में सुनवाई स्थगित कर दी गयी। बताया जाता है कि  आरोपी की तबीयत ज्यादा खराब होने के कारण उसे नवगछिया उपकारा से नवगछिया अनुमंडल अस्पताल भेजा गया, जहां उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए मायागंज अस्पताल भेजा गया लेकिन रास्ते मे ं  ही  उसकी मौत हो गयी। वहीं व्यवहार न्यायालय में दिन भर आत्महत्या किये जाने की चर्चा भी चलती रही।

मृतक तीन वर्ष  पूर्व उजानी में हुए तीन-तीन हत्या के मामले में मुख्य आरोपी था। उजानी में उसने मो. दुखन, उसकी पत्नी अंजुम खातून की हत्या के बाद उसके पुत्र मो. अंजार को मारकर जमीन में गाड़ दिया था।  हत्या के मामले में वह तीन वर्षों से नवगछिया उपकारा में बंद था। कोरोना में उसे खगड़िया जेल भेज दिया गया था। वहां से आने के बाद से ही वह बीमार चल रहा था।

नवगछिया उपकारा के जेल सुपरिटेंडेंट ने मौत की पुष्टि करते हुए बताया कि मो. फैयाज की तबीयत 24 सितंबर से ही खराब थी। उसे बेहतर इलाज के लिए मायगंज अस्पताल भेजा गया था। उसे टीबी था। सात अक्टूबर को उसे मायगंज अस्पताल से नवगछिया उपकारा  लाया गया था। शुक्रवार  को व्यवहार न्यायालय   में इस केस में फैसला सुनाया जाना था जिस कारण उसे मायागंज से नवगछिया उपकारा लाया गया था।  शुक्रवार की सुबह तबीयत ज्यादा बिगड़ जाने के कारण   उसे फिर मायागंज भेजा गया लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी।  बेटे की मौत की खबर सुनकर मां और पिता दोनों का रो-रोकर बुरा हाल था। वहीं आरोपी के अधिवक्ता मुक्ति कुमार मधु ने बताया कि आज फैसला होना था। गुरुवार की देर रात्रि से ही उसकी तबीयत ज्यादा खराब हो गयी थी।