
नवगछिया । नवगछिया पुलिस जिला में मंगलवार की सुबह एक युवती का सड़ा-गला शव बरामद हुआ है। युवती 30 मई से घर से लापता थी। परिजनों को आशंका है कि दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या की गई है। परिजनों ने इस मामले में पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। मृतका के पिता का आरोप है कि 30 मई को बेटी के लापता होने की सूचना रंगरा थाने में दी थी, लेकिन वहां से उनको वापस कर दिया गया। इधर, शव मिलने की सूचना पर एसडीपीओ सहित तीन थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की छानबीन में जुट गई है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!परिजनों के अनुसार युवती बिहार पुलिस के लिए तैयारी कर रही थी। 30 मई को वह बिहार पुलिस की परीक्षा के लिए ही ऑनलाइन फॉर्म भरने गई थी। मंगलवार सुबह मकई के खेत से युवती का क्षत-विक्षत शव बरामद हुआ। एसपी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि 31 मई को लड़की के पिता द्वारा लिखित आवेदन दिया गया था कि बीते कल दोपहर एक बजे उनकी 19 वर्षीय पुत्री कॉलेज के लिए नवगछिया निकली जो लौटकर वापस नहीं आई। पुलिस ने भी आशंका जतायी है कि दुष्कर्म के बाद युवती की हत्या की गयी है।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मामले में एसपी प्रेरणा कुमार ने बताया कि रंगरा थाना में केस दर्ज किया गया है। तीन जून की सुबह रेलवे ढाला के पास मकई खेत में अज्ञात शव मिलने की सूचना मिली थी। इस पर एसडीपीओ ओमप्रकाश एवं सीआई नवगछिया ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की। एफएसएल की टीम ने भी साक्ष्य संकलन किया है। मामले को लेकर एसडीपीओ के नेतृत्व में विशेष टीम बनाई गई है। जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा। परिजनों ने कहा, दुष्कर्म के बाद मेरी बेटी को मार डाला नवगछिया पुलिस जिला में मंगलवार की सुबह एक युवती का शव मक्के के खेत से बरामद किया गया।
शव मिलने की सूचना मिलते ही परिजन और ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंच गए। साथ ही नवगछिया एसडीपीओ ओमप्रकाश के अलावा कई थानों की पुलिस को मौके पर तैनात कर दिया गया है। शव क्षत-विक्षत होने के कारण उससे दुर्गंध आ रही थी। सुबह मकई काटने गए मजदूर ने शव देखकर पुलिस को सूचना दी। घटना के बाद एफएसएल की टीम आकर जांच कर रही है। इस संबंध में लड़की के पिता ने आरोप लगाया कि पुलिस की निष्क्रियता से यह घटना घटी है। अगर पुलिस ने कार्रवाई की होती तो मेरी बेटी आज जिंदा होती। उन्होंने कहा कि मैं अपनी बेटी की पढ़ाई के लिए हमेशा आगे रहता था।
जब भी पढ़ाई के सिलसिले में बाहर जाने के लिए पूछती तो मैं इजाजत दे देता था, पढ़ा लिखा कर बेटी को अफसर बनाने का सपना था। आज उसकी लाश खेत में मिली, हाथ बंधे हुए हैं कागज बिखरे थे, साफ है कि उसके साथ गलत हुआ है। वहीं मृतका के भाई ने कहा, मेरी बहन ऑनलाइन फॉर्म भरने गई थी। उसके बाद वापस नहीं लौटी। रंगरा थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया । अगर समय रहते पुलिस खोजबीन करती तो मेरी बहन जिंदा रहती। वहीं मृतका के परिजनों के आरोप पर रंगरा थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि 30 मई को लड़की की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हुई थी। हमलोग उसकी तलाश कर रहे थे। विधायक के बेटे ने कहा, कार्रवाई नहीं हुई तो करेंगे आमरण अनशन घटना के बाद विधायक गोपाल मंडल और उनके पुत्र आशीष मंडल ने भी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया है। आशीष मंडल ने कहा कि रंगरा पुलिस की गलती के कारण एक लड़की की जान गई है। 31 तारीख को लड़की के लापता होने के बाद जब परिजन आवेदन थाना पर देने गए तो वहां पर मौजूद एक दारोगा ने आवेदन लेने से साफ इंकार कर दिया। उसने कहा कि हम को इससे कोई लेना-देना नहीं है। हम पटना जा रहे है। इसका वीडियो भी मेरे पास है। इसे हम सार्वजनिक कर सकते हैं। आशीष ने कहा कि कुछ स्मैकियर जो शाम के समय बैठे रहते हैं, उसने ही घटना को अंजाम दिया है। आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी हो। पुलिस की लापरवाही से यह घटना घटी है, अगर 15 दिन के अंदर रंगरा थाना के उक्त पुलिस पदाधिकारी को निलंबित नहीं किया जाता या उस पर कार्रवाई नहीं होती है तो हमलोग आमरण अनशन करेंगे।