
नवगछिया: रेल मंत्रालय से बिहार में भागलपुर के बटेश्वर स्थान के समीप गंगा पर बनने वाले विक्रमशिला-कटरिया रेल पुल (vikramshila kataria rail bridge) का टेंडर फाइनल हो गया है. भारत सरकार के उपक्रम इंडियन रेलवे कंस्ट्रक्शन इंटरनेशनल लिमिटेड (इरकॉन) को रेल पुल निर्माण का कार्य मिला है. रेल मंत्रालय के अनुसार, तीन वर्ष में विक्रमशिला-कटरिया रेल पुल बनकर तैयार होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस गंगा रेल पुल का शिलान्यास कर सकते हैं.
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!2178.38 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट
कहलगांव के बटेश्वर स्थान से कटरिया के बीच गंगा नदी पर प्रस्तावित विक्रमशिला-कटरिया रेल पुल बिहार और झारखंड के बीच रेल संपर्क मजबूत होगा. कुल 2178 .38 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट में बटेश्वर स्थान से सटे गंगा नदी पर पुल व विक्रमशिला से नवगछिया रेल लाइन बनेगी. कुल 1153 करोड़ की लागत से पुल का निर्माण होगा, जो चार किलोमीटर लंबा होगा.
देवघर और गोड्डा भी जुड़ेंगे
पहले फेज में पुल का काम होगा. कुल 26.2 किलोमीटर की इस नयी रेल लाइन का एक छोर कहलगांव के विक्रमशिला, तो दूसरा छोर नवगछिया के कटरिया स्टेशन से जुड़ेगा. इसके बाद नवगछिया रेल लाइन से देवघर व गोड्डा भी जुड़ जायेंगे.
देवघर और बटेश्वर-स्थान जाना होगा आसान
इस पुल के तैयार होने से पीरपैंती-नवगछिया, भागलपुर-साहिबगंज, पटना-हावड़ा रेल लाइन देवघर-दुमका व गोड्डा को जोड़ते हुए पांच बाईपास सड़कें चालू हो जायेंगी. बिहार के सीमांचल के जिले पूर्णिया, कटिहार, अररिया और किशनगंज के लोग भी आसानी से बाबा बैद्यनाथधाम और कहलगांव गंगा तट पर बाबा बटेश्वर स्थान पहुंच सकेंगे.
सांसद निशिकांत दुबे बोले…
टेंडर फाइनल होने पर गोड्डा के भाजपा सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने कहा देवघर-गोड्डा से मेरे गांव विक्रमशिला-भवानीपुर होते हुए बटेश्वर स्थान-कटरिय गंगा पुल का टेंडर फाइनल हो गया है. मेरे गांव भवानीपुर से रेल लाइन को जोड़ने का सपना इस पुल के टेंडर फाइनल होने से पूरा हुआ है. इस रेल लाइन को देवघर से कनेक्ट करने के लिए पीरपैंती को गोड्डा से जोड़ने के लिए रेल प्रोजेक्ट का काम चालू हो गया है.
सीपीआरओ बोले…
कहलगांव के बटेश्वर स्थान और कटरिया के बीच गंगा नदी पर रेल पुल निर्माण के लिए टेंडर फाइनल हो गया है. यह टेंडर इरकॉन नामक निर्माण एजेंसी को मिला है. जल्द ही एग्रीमेंट की प्रक्रिया पूरी की जायेगी और वर्क ऑर्डर जारी किया जायेगा. इसके बाद निर्माण कार्य शुरू होगा.