
नवगछिया – नवगछिया में कोरोना की स्थिति दिन-ब-दिन एक के बाद एक कोरोना विस्फोट सामने आने के बाद भी नवगछिया में जांच सैप्मलिंग नहीं बढ़ाया गया है. दूसरी तरफ नवगछिया में 97 संदिग्ध लोगों की रिपोर्ट अब तक पेंडिंग है. इनमें 50 लोगों की सैंपलिंग 13 जुलाई को किया गया था तो 47 लोगों की सैंपलिंग 15 जुलाई को किया गया है. इतने लोगों में कई प्रशासनिक व पुलिस पदाधिकारी भी शामिल है. रिपोर्ट नहीं आने के कारण यह लोग उधेड़बुन में है. दूसरी तरफ कई ऐसे भी लोग हैं जो की सैंपलिंग देकर खुलेआम घूम रहे हैं.
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!छः लोग बांड ऑन, 10 लोगों का नहीं है कोई रिकॉर्ड
नवगछिया शहर में छः संक्रमित लोग बांड ऑन हैं और पूरी तरह से अपने घर में कोरेंटिन हैं. दूसरी तरफ 10 संक्रमित ऐसे लोग हैं जो कि ना तो आज तक अस्पताल गए और ना ही अस्पताल आकर बांड भरा. नवगछिया अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ एके सिन्हा ने कहा कि उन्होंने 10 लोगों की रिपोर्ट के साथ एक चिट्ठी स्थानीय स्तर के पदाधिकारियों के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग के वरीय पदाधिकारियों को भी दे दी है. वरीय पदाधिकारी जैसा निर्देश करेंगे वह लोग उसी तरह की कार्रवाई करेंगे. कोरोना का हाल का समय है आम लोगों को भी अपनी जवाबदेही तय करनी चाहिए जिसके कारण दूसरे लोगों को परेशानी ना हो.
नवगछिया अनुमंडल के रंगरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सैप्मलिंग किये गए कुल 50 लोगों में छः लोग कोरोना पॉजीटिव पाये गए हैं. पॉजिटिव पाए गए लोगों में नवगछिया अनुमंडल अस्पताल के एक चिकित्सक, रंगरा थाने के एक पुलिसकर्मी व बाकी लोग रंगरा गांव के ही रहने वाले हैं. रंगरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी डॉ रंजन कुमार ने बताया कि सभी संक्रमित लोगों को अस्पताल भेजने या फिर बांड ऑन करने की तैयारी शुरू कर दी गई. डॉ रंजन कुमार ने कहा कि जो लोग संक्रमित हुए हैं, उनके संपर्क में आए लोगों की लंबी श्रृंखला है ऐसे लोगों की पहचान कर उनकी जांच की जाएगी
कहते हैं थानाध्यक्ष
नवगछिया के थानाध्यक्ष हरी शंकर कश्यप ने कहा कि अगर स्वास्थ्य विभाग लिखित सूचना दें तो वह मामले में कार्रवाई करेंगे. किसी भी सूरत में हर एक व्यक्ति चाहे वह प्रशासनिक पदाधिकारी हो या पुलिस पदाधिकारी उन्हें कानून का पालन करना ही चाहिए.