नवगछिया में प्रकृति तांडव मचा रही है. गंगा का जलस्तर इतना तेजी से बढ़ता जा रहा है की घरों स्कूलों शिक्षण संस्थानों, सड़कों के बाद अब गंगा का पानी अस्पतालों में प्रवेश कर गयी है. नवगछिया अनुमंडल के गोपालपुर प्रखण्ड में गंगा नदी का कहर जारी है. गोपालपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जलमग्न हो गया. अस्पताल पहुँचने वाले रास्ते में तीन फिट तो अस्पताल परिसर में दो डेढ़ फीट तक पानी का बहाव हो रहा है. उपकरणों और दवाइयों के कार्टून में पानी प्रवेश कर रहा है जिससे दवाइयां खराब हो रही है. हांलाकि इस बीच अस्पताल में मरीज पहुँच रहे हैं और डॉक्टर यहां उनका ईलाज भी कर रहे हैं.

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अस्पताल का इमरजेंसी वार्ड जलमग्न है. जिसकी वजह से अस्पताल में पानी फैल जाने के कारण स्वास्थ्यकर्मियों के साथ मरीजों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. अस्पताल के चारों ओर सिर्फ पानी पानी नजर आ रहा है. वहीं डॉक्टर भी इसी बाढ़ के पानी के बीच जान जोखिम में डालकर मरीजों का इलाज कर रहें हैं और मरीज भी जान हथेली पर रख कर इलाज करवाने अस्पताल पहुंच रहे है. वहीं जलस्तर बढ़ने से मेडिकल वेस्ट मसलन दवाईयों के पैकेट, स्लाइन की बोतल, निडिल लगी सुई पानी मे बह रहे हैं.

गंगा उफान पर

गौरतलब है कि लगातार गंगा का जलस्तर बढ़ने से नदी उफान पर है, जिसके कारण नवगछिया अनुमंडल का गोपालपुर प्रखंड प्रखंड पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में आ गये हैं. पानी का जलस्तर बढ़ जाने के कारण बाढ़ का पानी अब घरों में भी प्रवेश कर रहा है, जिसके कारण लोग अपने आशियाना छोड़ ऊंचे स्थानों पर जाने को मजबूर हैं.

सरकारी राहत के इंतजार में लोग

इस इलाके में अभी तक राहत और बचाव कार्य नहीं चलाए जा रहे हैं, जिसके कारण लोगों को और परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. यहां के लोग अभी भी सरकारी राहत का इन्तजार कर रहे हैं. लोगों का आरोप है की बाढ़ से हजारों लोग प्रभावित है, लेकिन सरकार की तरफ से अभी तक कोई मदद नहीं की जा रही.