नव वर्ष 2021 का पहले दिन काे पुष्य नक्षत्र के साथ ही बुधादित्य योग का संयोग रहेगा। शुक्र का संयाेग रहने से भी यह फलदायी रहेगा। खास बात यह है कि पुष्य नक्षत्र का योग इस वर्ष 2020 के अंतिम दिन गुरुवार रात्रि 8: 09 बजे से शुरू हो जाएगा। गुरु और शुक्रवार पुष्य का संयोग खरीदारी के लिए बहुत ही अच्छा रहता है। दूसरी ओर शुक्रवार माता लक्ष्मी व संतोषी और स्वयं शुक्रदेव के अधिपत्य वाला दिन है। ये सभी सुख-समृद्धि प्रदान करने वाले देवी-देवता हैं। ज्योतिषियों का मत है कि साल का पहला दिन शुभ रहेगा। साथ ही 15 दिसंबर से सूर्य के धनु राशि में प्रवेश के साथ ही व्यापारिक मंदी में कमी आनी शुरू हो गई है। जिसका असर नए वर्ष में सुखद परिणामों के रूप में दिखाई देगा।
सूर्य के धनु राशि में रहने पर कर्क, तुला, वृश्चिक और कुंभ राशि वालाें को परेशानी से मिलेगी मुक्ति
ज्योतिषाचार्य पंडित श्रीराम पाठक के अनुसार सूर्य के धनु राशि में रहने पर कर्क, तुला, वृश्चिक, कुंभ, व धनु राशि वालों के शारीरिक व मानसिक कष्ट दूर होंगे। शेष राशि वालों को भी कई परेशानियों से निजात मिलेगी। कर्क राशि वालों के लिए उनकी कुंडली में सूर्यदेव दूसरे भाव के स्वामी हैं। गोचर के समय वे छठे भाव में रहेंगे। यह शुभ फल प्रदान करने वाला रहेगा। शत्रु शांत होंगे, वहीं नौकरी में बिगड़े काम बनने के अासार हैं। इसी तरह तुला राशि वाले लोगों के लिए गोचर के समय सूर्य उनकी कुंडली के तीसरे भाव में रहेगा, जो उनकी प्रतिष्ठा में इजाफा करने वाला होगा। सहकर्मी सहयोग करेंगे। भाइयों से संबंध अच्छे बने रहेंगे। आय में बढ़ोतरी होगी। वृश्चिक राशि के लोगों के लिए सूर्य की धनु संक्रांति सुखकारक रहेगी। धनु राशि के जातकों के लिए अत्यधिक लाभकारी समय रहेगा।

पुष्य व बुधादित्य योग से कार्यों में मिलती है सफलता
ज्योतिषाचार्य अनुसार 1 जनवरी का सूर्योदय पुष्य नक्षत्र योग में होगा। इसी के साथ सूर्य व बुध के धनु राशि में एक साथ रहने से बुधादित्य योग रहेगा। पुष्य व बुधादित्य दोनों योग के चलते किए गए कार्यों में सफलता मिलती है।
माता लक्ष्मी, संतोषी और शुक्रदेव के अधिपत्य से अाएंगे सुखद परिणाम