नवगछिया : भागलपुर के सीवील सर्जन उमेश शर्मा ने मंगलवार को नवगछिया अनुमंडल अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के क्रम में ज्ञात हुआ कि अस्पताल के डीएस समेत 12 चिकित्सक और कर्मी बिना किसी सूचना के ड्यूटी से गायब हैं. पूछताछ करने पर पता चला कि कुछ ऐसे भी चिकिसक व कर्मी हैं जो दो दिनों से गायब हैं. सीएस के आने की सूचना किसी भी कर्मी को या पदाधिकारी को नहीं थी. इसी कारण अनुमंडल अस्पताल के किसी भी चिकित्सक और कर्मी को संभालने का मौका नहीं मिला और पूरी व्यवस्था की कलई खुल गयी. गायब पाए गए चिकित्सकों में खुद अस्पताल उपाधीक्षक डॉ अरुण कुमार सिन्हा, डॉ ज्योत्सना, डॉ सरोज कुमार, डॉ अमृत गुप्ता, डॉ रश्मि कुमारी, ए ग्रेड नर्स मीना कुमारी, बबीता कुमारी, बिंदु कुमारी, रसोइया रतन कुमार झा, लिपिक सोमेश कुमार, चपरासी बेजामिन सोरेन, रविंद्र कुमार शामिल हैं.

इनमें डॉ सरोज कुमार, डॉ अमृत गुप्ता, डॉ रश्मि कुमारी, ए ग्रेड नर्स मीना कुमारी और बबिता कुमारी 12 जुलाई से ही बिना किसी सूचना के गायब हैं. औचक निरीक्षण के क्रम में अनाधिकृत अनुपस्थित रहने की बात को उपस्थिति पंजी में अंकित कर दिया है. सीएस ने सभी कर्मियों से स्पष्टीकरण करण पूछते हुए जल्द से जल्द अनुपस्थिति का कारण लिखित रूप से कार्यालय में समर्पित करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि जिन चिकित्सक या कर्मी का संतोषजनक उत्तर नहीं आएगा उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी.

पीएचसी का भी किया निरीक्षण, दस दिनों के अंदर किचन शेड बनाने का दिया निर्देश

अपने औचक निरीक्षण के क्रम में भागलपुर के सीवील सर्जन नवगछिया प्रथमिक स्वास्थ्य केंद्र भी गए जहां पीएचसी प्रभारी डॉ बरुण कुमार समेत सभी कर्मी उपस्थित मिले. मौके पर सीएस ने पीएचसी के कर्मियों के साथ एक बैठक का आयोजन किया जिसमें बात सामने आयी कि जीविका द्वारा संचालित दीदी की रसोई का सात अगस्त से प्रारंभ करने का निर्देश है जिसमें कीचन शेड आधा अधूरा रहने की बात सामने आयी. मौके पर ही सीएस ने निर्देश देते हुए कहा कि जल्द से जल्द किचन शेड का कार्य पूरा करवाया जाए. सीएस ने सभी कर्मियों को मुस्तैदी के साथ कार्य करने और रोगियों की सेवा के लिए हमेशा तात्पर रहने का निर्देश दिया.

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