भागलपुर और नवगछिया सिविल कोर्ट में लंबित क्रिमिनल और सत्रवादों के साक्षियों को समय पर न्यायालय में उपस्थित कराने की जिम्मेदारी संबंधित पुलिस पदाधिकारियों को दी गई है। इसको लेकर डीएम ने एसएसपी और नवगछिया के एसपी को पत्र भेजा है। डीएम ने कहा कि प्रायः यह देखा जा रहा है कि व्यवहार न्यायालय भागलपुर और नवगछिया में लंबित क्रिमिनल-सत्रवादों के तहत संबंधित साक्षियों (आईओ, पुलिस पदाधिकारी एवं अन्य) के समय पर न्यायालय में उपस्थित नहीं होने पर संबंधित न्यायालयों से नोटिस और कई तरह के पत्र नियमित प्राप्त हो रहे हैं।

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इससे स्पष्ट होता है कि संबंधित आईओ, थानाध्यक्ष, सहायक अवर निरीक्षक, अवर निरीक्षक, पुलिस निरीक्षक, पुलिस उपाधीक्षक, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी द्वारा नियमित रूप से विभिन्न न्यायालयों में लंबित वादों या थानाकांडों का नियमित मॉनिटरिंग का कार्य नहीं किया जा रहा है। जो उनके कार्य में शिथिलता एवं लापरवाही को दर्शाता है।

इसके लिए संबंधित दोषी पुलिस पदाधिकारियों को चिह्नित कर उनके विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई और विभागीय कार्यवाही के तहत नियमानुसार कार्रवाई करने की आवश्यकता है। डीएम ने एसएसपी और नवगछिया एसपी को कहा कि दोनों व्यवहार न्यायालयों में लंबित क्रिमिनल व सत्रवादों के तहत संबंधित साक्षियों का समय पर न्यायालयों में उपस्थित कराने के लिए अधीनस्थ पुलिस पदाधिकारियों को शीघ्र निर्देश दें। ताकि संबधित वादों में साक्षियों का साक्ष्य एवं वादों का निष्पादन समय से हो सके।