
मौनसूनी बारिश के बाद कोसी और गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। पानी बढ़ने के साथ ही तटवर्ती इलाकों में कटाव शुरू हो गया है। बिहपुर प्रखंड के कहारपुर के बाद अब गोविंदपुर में भी भीषण कटाव शुरू हो गया है। शनिवार को यहां एकाएक कटाव शुरू हो गया। कटाव की जद में आने से राम अवतार ऋषिदेव व अवधेश ऋषिदेव का घर कोसी नदी में समा गया। वहीं दर्जनों घरों के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। अगर कटाव नहीं रुका तो ये घर भी नदी में विलीन हो जाएंगे। कटाव की गति को देख एक ओर जहां ग्रामीणों में दहशत है वहीं दूसरी ओर नदी किनारे बसे लोग अपने घरों को खाली कर पलायन की तैयारी कर रहे हैं। कटाव गोविंदपुर गांव के पश्चिमी दिशा में हो रहा है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!पिछले साल भी यहां करीब 15 घर कटाव की भेंट चढ़ गए थे। ग्रामीण फुलो ऋषिदेव, शालीग्राम ऋषिदेव, राजेश ऋषिदेव, प्रसादी ऋषिदेव, विजय ऋषिदेव, महेंद्र ऋषिदेव, गुरुदेव ऋषिदेव ने बताया कि अगर कटाव नहीं रुका तो इस बार पांच दिन में ही पूरा गांव खत्म हो जाएगा। ग्रामीणों ने बताया कि कटाव के भय से वे रतजगा कर रहे हैँ। हम महादलितों को देखने वाला कोई नहीं है। पिछले साल भी कटाव में प्रशासन ने यहां काम नहीं कराया था। वहीं पंचायत की मुखिया चंचला देवी ने कटाव की जानकारी वरीय पदाधिकारी को देते हुए कटावनिरोधी कार्य करने का मांग की है।
इस्माइलपुर-बिंदटोली में कटावरोधी कार्य का किया निरीक्षण
गोपालपुर |डीएम ने इस्माइलपुर-बिंद टोली पर हो रहे कटावरोधी कार्य का जायजा लिया। उन्होंने बाढ़ आने पर लोगों को सुरक्षित जगह पर रखने के लिए कैंप बनाने का निर्देश दिए। फ्लड फाइटिंग कार्य में जियो बैग, बालू पर्याप्त है कि नहीं इस बारे में जानकारी ली। स्पर 4 के ऑपोजिट में सोल कटिंग की प्रस्ताव भेजने को कहा। एसडीओ मुकेश कुमार ने जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता से काम जानकारी ली जिसमें संतोषजनक जवाब नहीं मिला। ग्रामीण मुकेश कुमार ने बलमत्तर बांध की मरम्मत की मांग की।
डीएम ने मदरौनी तटबंध का लिया जायजा, कहा-हर हाल में कटाव रोकेे
रंगरा| मदरौनी तट पर हो रहे कटाव का निरीक्षण करने शनिवार को डीएम प्रणव कुमार पहुंचे। डीएम ने 4 करोड़ की लागत से किए गए कटाव निरोधी कार्य के बारे में जल संसाधन विभाग के अभियंताओं से जानकारी ली। उन्होंने बारिश में ही जिओ बैग बह जाने पर नाराजगी जताई। उन्होंने उसे रीस्टोर करने का निर्देश विभाग के एसडीओ को दिया। वहीं मदरौनी, कौसकीपुर सहौरा और सधुआ चापर पंचायत को बाढ़ से बचाने के लिए पुरानी रेलवे लाइन बांध को फिर से बनाने के लिए विभाग के इंजीनियरों को प्रस्ताव भेजने को कहा।