नवगछिया:  शादी विवाह का आयोजन अब आठ जून के बाद थम जाएगा। उसके बाद चार महीने तक नवविवाहित जोड़ों और परिजनों को इंतजार करना होगा, जब नवंबर में फिर से विवाह का मुहूर्त लौटेगा। वहीं, विवाह के शुभ मुहूर्त कम दिन होने की वजह से मंदिर और विवाह भवनों में बुकिंग जोरों पर है। कपड़ा और अन्य वैवाहिक सामानों की खरीदारी के लिए भी बाजारों में लोगों की चहल-पहल काफी बढ़ गई है। शादी के इस सीजन में जिले के मंदिरों में भी खासी चहल-पहल देखने को मिल रही है। जहां कई जोड़े विवाह के बंधन में बंधते नजर आ रहे हैं।

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पंडित विजयानंद शास्त्री ने बताया कि जून में 4, 5, 7 और 8 को विवाह के शुभ योग हैं। इसके बाद नवंबर में देवउठनी एकादशी के बाद ही विवाह के लिए अनुकूल तिथि उपलब्ध होगी। बाबा बूढ़ानाथ मंदिर प्रबंधक वाल्मिकी सिंह ने बताया कि जनवरी से मई माह तक 150 से अधिक विवाह संपन्न हुई हैं, जबकि जून के लिए अब तक 25 बुकिंग हो चुकी हैं। उन्होंने बताया यहां बिहार और झारखंड के विभिन्न जिलों से लोग शुभ कार्यों के लिए आते हैं। उधर, सोने के बढ़ते दाम को लेकर हल्के और आधुनिक गहनों की मांग बढ़ी हैं।

आभूषण शोरूम संचालक विशाल आनंद ने बताया कि ग्राहक अब पारंपरिक भारी गहनों की जगह हल्के वजन और रेडीमेड आभूषणों को अधिक पसंद कर रहे हैं। उन्होंने कहा इस बार हल्के वजन वाले डिज़ाइनर गहनों की डिमांड बनी हुई है। इस कारण बाजार की स्थिति मिली-जुली हुई है। आभूषण विक्रेता दीपक कुमार ने कहा कि सोने का भाव बढ़ने के बाद ग्राहक कम कीमत में गहनों की खरीदारी करना पसंद कर रहे हैं। काशी पंचांग के अनुसार: जून में 4, 5, 7 और 8 तक नवंबर में 18, 21, 22, 23, 25 और 30 दिसंबर में 4, 5 और 6 को