नवगछिया : गिरफ्तार आठ साइबर अपराधियों से पूछताछ के बाद सभी को रविवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। गिरफ्तार शातिरों से पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि पटना में इस गिरोह का सरगना पांडव है। उसका मोबाइल नंबर पुलिस को मिला है। उसका पता और अन्य जानकारी के बारे में साइबर थाने की पुलिस जांच कर रही है। गिरफ्तार साइबर अपराधियों के मोबाइल से पुलिस को चौंकाने वाली जानकारी मिली। कई के मोबाइल से आईएसडी नंबर मिले हैं।

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

उनको विदेशों से फोन आते थे। शातिरों ने बताया कि जब कोई बात पांडव समझा नहीं पाता था, तब आईएसडी नंबर से फोन आता था और हमलोगों को समझाया जाता था। विदेशों के ऐसे 10 मोबाइल नंबरों की जांच पुलिस कर रही है। जांच में यह बात सामने आई कि इन शातिरों को मोबाइल, लैपटॉप, सिम, खाता और एटीएम कार्ड सभी पांडव और खगड़िया का दीपक उपलब्ध कराता था।

सहरसा व नवगछिया के शातिरों को 20 हजार प्रति महीने पर रखा था पांडव

साइबर पुलिस ने राजीव नगर के अशोक यादव के मकान और गांधी नगर के कुमार अंकित के मकान से छापेमारी कर सभी आठों साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गांधी नगर से सहरसा के किशोर कुमार मुन्ना, नीतीश कुमार, राहुल कुमार और चंद्र किशोर को गिरफ्तार किया। इन लोगों ने बताया कि उन्हें वहां खगड़िया के दीपक और सुदंर कुमार ने रखा था।

वहीं अशोक यादव के मकान से सहरसा के बलराम कुमार, कुंदन कुमार, दीपक कुमार और नवगछिया के रीतम कुमार को गिरफ्तार किय गया। इन चारों ने पुलिस को बताया कि इन्हें यहां पांडव ने रखा था। इन साइबर अपराधियों को सरगना 20 हजार का महीना वेतन दे रहा था। इन लोगों के पास से 17 मोबाइल और तीन लैपटॉप बरामद हुए हैं।

को समझाया जाता था। विदेशों के ऐसे 10 मोबाइल नंबरों की जांच पुलिस कर रही है। जांच में यह बात सामने आई कि इन शातिरों को मोबाइल, लैपटॉप, सिम, खाता और एटीएम कार्ड सभी पांडव और खगड़िया का दीपक उपलब्ध कराता था।