ढोलबज्जा : नवगछिया प्रखंड के कोसी पार ढोलबज्जा निवासी राज कुमार मंडल की मां राधा देवी (65) की मौत सोमवार की अहले 5:00 बजे हो गई. वह काफी गरीब परिवार के थे. वह 2 साल से वृद्धा पेंशन की आश में प्रखंड कार्यालय व बैंक का चक्कर काट रही थी. ताकि किसी तरह दो वक्त की रोटी व दवा नसीब हो सके. लेकिन, विभाग की उदासीनता ने उसे पैसे की तरफ खिलाकर सदा के लिए चैन की नींद सुला दी. राधा के पति खंतलाल मंडल का मौत 10 वर्ष पहले हो चुका है.

जिसे दो पुत्र शादीशुदा हैं. उसके पास सिर्फ 2 कट्ठा बसोवास डीह के सिवा कुछ भी नहीं है. वह काफी निर्धन परिवार के होने के नाते किसी तरह परिवार का भरण पोषण कर पा रहे थे. मृतक के पुत्र राज कुमार मंडल ने कहा दो वर्ष पहले मेरी मां को 2800 सौ रुपए वृद्धा पेंशन के रूप में मिली थी. उसके बाद से अब तक एक भी राशि नहीं मिली. यदि मेरी मां को यह पेंशन मिलती रहती तो शायद अभी यह जिंदा होती. वही देर शाम मुखिया राज कुमार मंडल उर्फ मुन्ना के द्वारा मृतक के परिजनों को कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत 3000 रुपए देने की बात हो रही थी. यह मामला तब उजागर हुआ जब ढोलबज्जा पंचायत में कार्यरत एक स्वच्छताग्रही ने मृतका के परिजनों का एक वीडियो वायरल कर दिया.

स्वच्छता ग्रही पर बीडीओ ने की कार्रवाई

महिला की मौत के बाद परिजनों का वीडियो वायरल करने वाले स्वच्छताग्रही विकास कुमार रजक से नवगछिया के प्रखंड विकास पदाधिकारी राजीव कुमार रंजन ने स्पष्टीकरण पूछा है. कुमार रंजन ने अपने पत्रांक 24 दिनांक 21 मई 2018 में राजकुमार को गलत बयान देने और झूठी अफवाह फैलाने के मामले में आरोपित करते हुए कहा है कि 21 मई को विकास कुमार रजक ने एक वीडियो क्लिप वायरल किया जिसमें पेंशनधारी राधा देवी के बारे में बताया गया और वीडियो बनाकर मीडिया को दिया गया यह क्या लिखा है.

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जिसमें बताया गया की प्रखंड कार्यालय बैंक आदि जगहों पर दौड़ते-दौड़ते वृद्धा की मृत्यु हुई है. अपने पत्र में ही प्रखंड विकास पदाधिकारी ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि यह बहुत ही अशोभनीय और और अनुशासनहीनता जैसा कार्य है किसी भी तरह का बयान देने से पूर्व अधोहस्ताक्षरी से सहमति लेनी चाहिए थी किसी तरह का बयान देने हेतु आप अधिकृत नहीं है तो किस तरह से ऐसा किया गया. प्रखंड विकास पदाधिकारी ने स्वच्छता ग्रही को पत्र प्राप्त होने के 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण का जवाब देने को कहा है और जवाब नहीं मिलने तक स्वच्छता ग्रही के वेतन पर रोक लगा दिए जाने की बात कही गई है.

वायरल वीडियो पर क्यों मचा बवाल, आखिर क्या है 12 वीडियो में

एक मिनट 16 सेकंड के वीडियो में स्वच्छता ग्रह या फिर वीडियो बनाने वाले व्यक्ति ने वीडियो के फोकस में राधा देवी के पुत्र राजकुमार हैं. पूरे वीडियो में महज दो जगहों पर ही मृतका के पुत्र ने सहमति में कुछ बोला है और इसके बाद स्वच्छता ग्रही या फिर वीडियो बनाने वाले व्यक्ति ने ही जो भी अपना व्यक्तित्व दिया है वही वीडियो में दिख रहा है. वीडियो में बोलने वाले व्यक्ति ने अंत में निष्कर्ष निकालते हुए यह कह दिया है कि एक महिला वृद्धा पेंशन के चक्कर में दौड़ते-दौड़ते मर गयी है. हालांकि पूरे वीडियो के दौरान वीडियो के फोकस में मृतका के पुत्र राजकुमार मंडल में कहीं भी वीडियो बनाने वाले व्यक्ति या फिर वीडियो में बोल रहे व्यक्ति का विरोध नहीं किया है.

प्रखंड विकास पदाधिकारी ने कहा

नवगछिया के प्रखंड विकास पदाधिकारी राजीव कुमार रंजन ने कहा कि वृद्ध बीमार थी इसलिए उनकी मौत हो गई है. प्रशासनिक स्तर से सरकार की योजना कबीर अंत्येष्टि के तहत मृतका के परिजनों को तत्काल ₹3000 की रकम दी गई है. वायरल किया गया वीडियो एक अफवाह से ज्यादा कुछ नहीं है. वृद्धा को 2 वर्ष से पेंशन मिला भी है या नहीं मिला है इसकी पुष्टि अब तक नहीं हो पायी है.