बिहार पुलिस में सिपाही बहाली के लिए राजधानी पटना सहित कई जिलों में स्थित केंद्रों पर रविवार को लिखित परीक्षा हुई। इन केंद्रों पर 21,768 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। परीक्षा के दौरान बांका में इलेक्ट्रोनिक डिवाइस के सहारे नकल की कोशिश करते बारह परीक्षार्थी पकड़े गए।
वहीं, भागलपुर के जिला स्कूल केंद्र से दो परीक्षार्थी को पुलिस ने पकड़ा है। इसमें कोयली खुटाहा का मनीष कुमार और जगदीशपुर के सैदपुर गांव का चंदन कुमार यादव शामिल है। मनीष कुमार के हस्ताक्षर का मिलान एडमिट कार्ड पर किये हस्ताक्षर से नहीं हुआ। जबकि, अन्य कागजात मनीष के मेल खा रहे थे।
मनीष का कहना है कि उसका फॉर्म किसी अन्य व्यक्ति ने भर कर उस पर अपना हस्ताक्षर कर दिया था। जबकि चंदन आदर्श नगर घोघा के रहने वाले राजकिशोर कुमार के बदले परीक्षा देते पकड़ाया है। आदमपुर थाना ने दोनों अभियर्थियों को गिरफ्तार कर लिया है।
लखीसराय में भी परीक्षा के दौरान पहली पाली में एक फर्जी परीक्षार्थी और सात नकलची को परीक्षा से निष्कासित कर सभी को पुलिस के हवाले कर दिया गया है। इसकी पुष्टि डीईओ सुनयना कुमारी ने की है।
केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) के अनुसार सूबे में लिखित परीक्षा के लिए 592 केंद्र बनाए गए थे। परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र के साथ-साथ फोटो युक्त पहचान पत्र (आधार, मतदाता पहचान पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस आदि) के साथ आने पर प्रवेश दिया गया।
लिखित परीक्षा का स्तर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के इंटर अथवा समकक्ष स्तर के पाठ्यक्रम पर आधारित था। सभी प्रश्न बहुवैकल्पिक वस्तुनिष्ठ थे। दो घंटे की इस परीक्षा में एक-एक अंक के 100 प्रश्न हल करने थे। परीक्षा में न्यूनतम 30 फीसद अंक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थी ही शारीरिक जांच परीक्षा में शामिल होने के योग्य होंगे। लिखित परीक्षा के अंक अंतिम मेघा सूची में शामिल नहीं किए जाएंगे।