नवगछिया : छः जून की सुबह नवगछिया एसपी कार्यालय के पास रेलवे ट्रैक पर मिली महिला की लाश का शिनाख्त होने के बाद बात सामने आई है कि हत्यारों ने बड़ी निर्ममता से उसके दोनों बेटों के सामने उस की गला रेतकर हत्या कर दी और जब दोनों बेटों में से एक अपनी मां को बचाने के लिए तो रात हत्यारों ने उसके हाथ पर प्रहार कर दिया.

– दोनों बेटों के सामने कर दी महिला की हत्या

– बेटे ने बचाने का किया प्रयास तो हत्यारों ने एक बेटे का हाथ काट डाला

– पुर्णियां से आरोपियों को नवगछिया लेकर पहुंची पुलिस

इसके बाद दोनों डरे सहमे बच्चों के सामने उसकी मां की हत्या कर दी गई. मालूम हो कि महिला की शिनाख्त पूर्णिया जिले के बड़हरवा कोठी थाना क्षेत्र के भारत सारा गांव निवासी मंटू भगत की पत्नी अनीता देवी 35 के रूप में की गयी है. पुलिस छानबीन में बात उभरकर सामने आई है कि अनीता के पति मंटू पंजाब में रहकर मजदूरी करते हैं तो अनीता अपने दोनों बच्चों के साथ जम्मू में रहकर मजदूरी करती थी. यह बात भी सामने आई है कि अनीता जम्मू में किसी के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में थी.

यही बात उसकी सास मंजू और उसके पति के बहनोई सहरसा जिले के बचना ही थाना क्षेत्र के उकामा निवासी शम्भु कुमार भगत को नागवार गुजर रही थी. इसके बाद मंजू को साजिश के तहत नवगछिया बुलाया गया और नवगछिया में पहले से मौजूद उसकी सास और उसके पति के बहनोई व अन्य लोगों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी. पुलिस ने बताया है कि पूरा मामला ऑनर किलिंग का है जिसमें महिला के दोनों बच्चे चश्मदीद हैं.

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छोटू और रंजीत ने किया मामले का खुलासा

हत्या के बाद नवगछिया में हत्यारों ने एक ऑटो रिजर्व किया और पूर्णिया के लिए रवाना हो गए. हत्यारों ने बस एक गलती यह कर दी कि महिला के दोनों बच्चों का सिर मुंडवा दिया. जब आसपास के लोगों ने सिर मुंडवाने का कारण पूछा तो मंजू देवी ने जवाब दिया कि बाल खराब हो रहे थे इसलिए मुंडवा दिया गया. लेकिन बच्चों ने आस पड़ोस में बता ही दिया कि उसकी मां की हत्या कर दी गई है.

बच्चों के बताने के बाद वहां के स्थानीय लोगों ने स्थानीय थाने से संपर्क किया और स्थानीय थाने की पुलिस ने पहले नवगछिया थाना फिर नवगछिया रेल थाना से संपर्क साध कर पूरे मामले का उद्भेदन किया. शनिवार को देर रात दोनों आरोपियों को लेकर नवगछिया रेल पुलिस नवगछिया पहुंच चुकी थी.

और इस तरह कर दी थी महिला की हत्या

नवगछिया स्टेशन पर 5 जून को शाम में अमृतसर एक्सप्रेस से अनीता देवी अपने दोनों बच्चों के साथ उतरी थी. यहां पर पहले से घात लगाए सभी अपराधियों ने अनीता देवी को विश्वास में लेकर नवगछिया बस स्टैंड की ओर रेलवे ट्रैक के रास्ते से ही रवाना हो गए. अपराधियों ने मौका देख कर अनीता खींचकर रेलवे ट्रैक पर गिरा दिया. आरोपियों ने अपने स्वीकारोक्ति बयान ट्रैक पर गिर जाने के बाद अनीता बेहोश हो गई थी और इसके बाद उसके गले में रस्सी बांधकर उसे नवगछिया स्टेशन की रौशनी से दूर ले कर गए. वहीं पर बैठकर अनीता की हत्या गला रेत कर कर दी गयी.

इस क्रम में जब महिला के पुत्र बालक रंजीत भगत को बचाना चाहा तो अपराधियों ने रंजीत के हाथ पर भी प्रहार कर दिया. हाथ पर प्रहार होने के बाद रंजीत और उसका भाई दोनों बेबस हो गए और अपराधियों ने अनीता को मार डाला. बात यह भी सामने आयी है कि अनिता का पति मंदबुद्धि है, इस कारण अनिता अपने पति से अलग रहती थी कि जबकि आरोपियों ने पुलिस के समक्ष अपने स्वीकारोक्ति बयान में कहा है कि अनीता का कई गैर मर्दों के साथ अवैध संबंध था और इसी कारण उसकी हत्या उन लोगों ने की है.

इधर नवगछिया रेल पुलिस का कहना है कि इस कांड में अन्य लोग भी शामिल है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है जल्द ही पुलिस इस कांड में शामिल अन्य अपराधियों को गिरफ्तार कर लेगी.