खरीक  : कौन कहता है कि आसमां में छिद्र नहीं होता एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो. भागलपुर के खरीक कठेला निवासी शिवम ने उक्त कथन को चरितार्थ कर दिखाया. कोटा जैसे अन्य शैक्षणिक हब वाले महानगरों के शैक्षणिक संस्थानों और कोचिंग सेंटर से तैयारी कर जेईई मेन और एडवांस में बाजी मारने वाले छात्र मिल जाएंगे लेकिन ग्रामीण माहौल में पले-बढ़े भागलपुर के खरीके कठेला निवासी शिवम ने जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन 2017( जेईई )मेन और एडवांस में बाजी मारकर खरीक और सूबे का मान राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ाया है.

शिवम कुमार ने जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेश नमेन 2017के रिजल्ट में जेनेरल पीडब्ल्यू डी कोटि से 360वां रेंक लाकर खरीक का मान बढ़ाया है.वहीं शिवम ने जेईई एडवांस के एग्जाम में 18779 रैंक लाया है. ईमेल मैं 360 रैंक आने से शिवम के माता-पिता और परिवार के लोग काफी खुश हैं.शिवम की मां संजू देवी ने बुधवार को बेटे शिवम को मिठाई खिला कर खुशियों का इजहार किया.

आर्थिक तंगी से गुजर रहे होनहार पुत्र शिवम की मां संजू देवी ने बताया की शिवम का पिता अवध किशोर चौधरी रांची में अपार्टमेंट में गार्ड का काम करते हैं. ₹6000 मासिक आमदनी होती है .उससे दो बच्चों की पढ़ाई लिखाई का काम होता है. संजू खुद घर पर सिलाई कढ़ाई का काम कर लेती है इस कार्य से कुछ पैसों की आमदनी होती है जिससे घर गृहस्थी चलती है. संजू देवी ने बताया कि शिवम का बड़ा भाई किशन ने भी जेईई मेन और एडवांस परीक्षा 2014 में उत्तीर्णता हासिल किया था लेकिन परीक्षा के संदर्भ जानकारी की कमी और अर्थाभाव के कारण बड़े पुत्र का दाखिला इंजीनियरिंग कॉलेज में नहीं करवा सकी. वह अभी पूर्णियाँ कॉलेज में मेथ्स से स्नातक कर रहा है.आर्थिक तंगी से जूझ रहे होने के कारण मैंने अपने पुत्रों को किसी कोचिंग संस्थानों में नहीं पढ़ा सकी न ही किसी महानगर में रहकर रखकर अत्याधुनिक शिक्षा दे सकी. मेरे दोनों पुत्र बिहार बोर्ड से से ग्रामीण माहौल में रहकर पढ़ाई लिखाई का काम पूरा किया .

किशन को आगे बढ़ाने में उनके बड़े चाचा विनोद चौधरी जो पूर्णिया जिला स्कूल से प्राचार्य पद से सेवानिवृत्त हुए.पूर्व प्राचार्य विनोद चौधरी का भरपूर सहयोग मिला उन्हीं के सहयोग से किशन ने जेईई मेंस और एडवांस की परीक्षा दी और उत्तीर्णता भी हासिल किया. एडवांस में अच्छा रेंक नही आया .इसके लिए शिवम को को मलाल है. इस बार बड़े पुत्र किशन की इच्छा है कि उसका छोटा भाई इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला ले .इसके लिए हम परिवार के सभी सदस्य धन इकट्ठा करने में जुट गए हैं .चाहे जैसे भी हो पैसे का इंतजाम कर बच्चे का दाखिला अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेज में करवाऊंगी. परिवार में खुशी का माहौल है .वहीं किशन ने बताया कि उसने कठेला में रहकर ग्रामीण माहौल में बिहार बोर्ड से प्राथमिक शिक्षा मध्य विद्यालय खरीक माध्यमिक शिक्षा हाईस्कूल तुलसीपुर से उत्तीर्ण किया . इंटर जिला स्कूल पूर्णिया से किया वहीं से परीक्षा में भी है एपीयर हुआ और उत्तीर्णता हासिल किया. शिवम पर लिखकर एक कुशल इंजीनियर बन कर राष्ट्र की सेवा करना चाहता है.

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