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नवगछिया : नवगछिया गजाधर भगत महाविद्यालय में 24 व 25 जनवरी को दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया. जिसका उद्घाटन तिलकामांझी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रामाशंकर दुबे, प्रति कुलपति प्रोफेसर अवध किशोर राय, गजाधर भगत महाविद्यालय के प्राचार्य ने दीप जला कर किया. वही इस मौके पर कुलपति को पुष्प गुच्छ व अंगवस्त्र देकर भी सम्मानित किया गया. गजाधर भगत महाविद्यालय में आयोजित होने वाले दो दिवसीय सेमिनार का विषय इंपेक्ट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी केमिकल साइंस पर चर्चा की गयी. यह सेमिनार पीजी रासायन विज्ञान विभाग व तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय एवम जी बी कॉलेज नवगछिया के संयुक्त तत्वाधान में संपन्न किया जाएगा. इस मौके पर सेमिनार में मुख्य अतिथि प्रोफेसर एन बी सिंह जो शारदा विश्वविद्यालय नई दिल्ली से आए हुए हैं. साथ ही आईसीएआर दिल्ली के प्रधान वैज्ञानिक पी के ठाकुर इस समारोह में अपना व्याख्यान दिए. पीजी रसायन विज्ञान के अध्यक्ष प्रोफेसर योगेंद्र चौधरी भी इस अवसर पर मौजूद थे. वहीं कार्यक्रम के संयोजक अशोक कुमार झा द्वारा मंच संचालन किया जा रहा था. कार्यक्रम की शुरुआत कॉलेज की छात्राओं द्वारा स्वागत गीत गा-गाकर कार्यक्रम का शुरूआत किया गया. इसके बाद सेमिनार में होने वाले विषय कन्वेनर प्रोफेसर एन बी सिंह ने मौजूद लोगों को बताया वहीं इंफेक्ट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ऑफ केमिस्ट्री साइंस को लेकर आयोजित सेमिनार में उपस्थित दिल्ली से आए प्रोफेसर द्वारा विस्तार से चर्चा की गई. इंपेक्ट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ऑन केमिकल साइंस पर प्रोफेसर एन बी सिंह ने नैनो साइंस पर व्याख्यान करते हुए बताया कि रसायन विषय में नैनों टेक्नोलॉजी ही काफी विस्तार पूर्वक होता है. वही इसमें नैनो ड्रग काफी सरल और सुगम है. वहीं तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रमाशंकर दुबे ने सेमिनार में केमिकल साइंस में नैनो ड्रग व इंफॉर्मेशन साइंस पर विस्तार से चर्चा की. प्रति कुलपति प्रोफेसर अवध किशोर राय ने भी आज के विज्ञान के सभी क्षेत्रों में नैनो के उपयोग पर बल दिया. कार्यक्रम के संयोजक प्रोफेसर अशोक झा ने कहा की इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की मदद से मानविक संरचना एवं केमिकल एक्सट्रेटिंग एवं इनऑर्गेनिक अणुओं की संरचना निकाले जाने पर इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की उपयोगिता को बताया. तिलकामांझी विश्वविद्यालय के केमिस्ट्री विभाग के हेड जितेंद्र चौधरी ने नैनो टेक्नोलॉजी पर बल देते हुए इसकी व्याख्यान की. वहीं कार्यक्रम से पूर्व कुलपति द्वारा जी बी कॉलेज में जल प्रदूषण प्रयोगशाला का उद्घाटन भी किया गया. इस प्रयोगशाला में इलाके के जल नमूनों की जांच की जाएगी, जो रसायन विभाग में जल नमूनों की जांच के लिए आधुनिक संयंत्र मौजूद है. उसे इस भवन में लेकर आया जाएगा . वही महाविद्यालय के सभागार के बगल में बीसीए की सीढ़ी का भी उद्घाटन कुलपति द्वारा किया गया. महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर जनार्दन शर्मा ने कहा कि हमारे कुलपति के बदौलत आज जी बी कॉलेज को बी ग्रेड की मान्यता प्राप्त हुई है. जिसके लिए पूरा महाविद्यालय उनका आभारी है. वहीं उन्होंने कहा कि पूरे बिहार में महाविद्यालय की श्रेणी में जी बी कॉलेज का स्थान भी है. वही दूसरे तकनीक की सत्र में 4 शोधार्थियों ने अपना शोधपत्र पढ़ा. बुधवार को होने वाले सत्र में रसायन विभाग तिलकामांझी विश्वविद्यालय में संपन्न होगा. जिसमें कुलपति भी मौजूद रहेंगे.