25 से मूल्यांकन सीबीसई की मानें तो 15 फरवरी से 12वीं और 10वीं की परीक्षा शुरू होगी। इसके दस दिन के बाद 25 फरवरी से मूल्यांकन शुरू हो जाएगा। परीक्षा 30 मार्च तक चलेगी। इसके दस दिन बाद तक यानी 10 अप्रैल तक इस बार मूल्यांकन कार्य होगा। बोर्ड की मानें तो 15 अप्रैल तक मूल्यांकन कार्य समाप्त कर लिया जायेगा। बोर्ड की मानें तो अधिकतर स्कूल मूल्यांकन में शिक्षकों को मूल्यांकन के लिए नहीं भेजते हैं।

इससे मूल्यांकन में देरी होती है। वहीं कई स्कूल मूल्यांकन शुरू होने के कई दिनों के बाद शिक्षकों को जाने की अनुमति देते हैं। इससे मूल्यांकन सही समय पर खत्म नहीं हो पाता है। इस बार जिन स्कूलों के शिक्षक मूल्यांकन में शामिल नहीं होंगे, उन स्कूलों पर कार्रवाई की जायेगी। जिस दिन मूल्यांकन शुरू होगा, उसी दिन से सभी शिक्षकों को उपस्थित रहना अनिवार्य है। शिक्षकों की अनुपस्थिति पर स्कूल की मान्यता भी जा सकती है।
– राजीव रंजन, सिटी को- ऑर्डिनेटर, सीबीएसई

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने तमाम स्कूलों को उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन में शिक्षकों को शामिल करने का आदेश दिया है। जो स्कूल अपने यहां के शिक्षकों को मूल्यांकन में नहीं भेजेंगे, उनकी इस बार मान्यता खत्म कर दी जायेगी। इसके अलावा स्कूल पर 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगेगा। साथ ही बोर्ड ने कहा है कि मूल्यांकन के पहले दिन सभी परीक्षकों (शिक्षक) की उपस्थिति अनिवार्य है। मूल्यांकन में हर दिन शिक्षकों की उपस्थिति होनी है। शिक्षक अनुपस्थिति होंगे तो उन्हें शो-कॉज भी किया जायेगा।

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परीक्षा नहीं हो पायेगी रद्द ऑनलाइन एग्जाम मैनेजमेंट सिस्टम होने से अगर किसी केंद्र पर प्रश्न पत्र लीक भी होता है तो परीक्षा कैंसिल नहीं हो पायेगा। क्योंकि लीक की सूचना मात्र से केंद्र पर तुरंत प्रश्न पत्र का दूसरा पेपर ऑनलाइन एग्जाम मैनेजमेंट सिस्टम से निकालना संभव हो पायेगा। ज्ञात हो कि इस सिस्टम पर हर विषय के कई-कई सेट हैं। इससे केंद्र पर तुरंत परीक्षा लेना संभव हो पायेगा।