नवगछिया: हिन्दू संस्कृति में गाय का विशेष स्थान हैं। माँ का दर्जा दिया जाता हैं क्यूंकि जैसे एक माँ का ह्रदय कोमल होता हैं, वैसा ही गाय माता का होता हैं। जैसे एक माँ अपने बच्चो को हर स्थिती में सुख देती हैं, वैसे ही गाय भी मनुष्य जाति को लाभ प्रदान करती हैं।

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आज गोपाष्टमी पर्व पर गायों की विशेष पूजा करने का आयोजन किया गया है। इसलिए कार्तिक माह की शुक्लपक्ष की अष्टमी तिथि को प्रात:काल गौओं को स्नान कराकर, उन्हें सुसज्जित करके गन्ध पुष्पादि से उनका पूजन किया जायेगा। यदि संभव हो तो गायों के साथ कुछ दूर तक चलना चाहिए कहते हैं ऎसा करने से प्रगत्ति के मार्ग प्रशस्त होते हैं। गायों को भोजन कराना चाहिए तथा उनकी चरण को मस्तक पर लगाना चाहिए। ऐसा करने से सौभाग्य की वृध्दि होती है। आज 11 गौ माता, वृंदाबन से आये हुए कलाकारों और गाजे बाजे के साथ शोभा यात्रा निकलेगी

गौशाला के गोपाष्टमी आयोजन की विवरणी

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*गौ यात्रा: सुबह 09 बजे, दिनाक 08/11/16
*गौ पूजन: दिन 1 बजे, दिनाक 08/11/16
*रासलीला:संध्या 6:30 से रात्रि 10:00 तक, दिनाक 08/11/16 से 15/11/16 तक।

आप सभी इस महान और पवित्र कार्य में हिस्सा लेके पुण्य के भागी बने: रामप्रकाश रुंगटा, सचिव