समलैंगिक कानून बनने के बाद कानपूर की एक महिला ने इसको हथियार बना कर समाज में अपने अस्तित्व को सही ठहराया है. महिला ने अपने पति और परिवार वालों से कहा कि अब तो कानून बन गया है, तुम क्या कर लोगे…, यह कहकर एक नवविवाहिता ने परिवार में खुलकर मुखालफत कर दी.
सुलभ शौचालय में पत्नी और ननद को आपत्तिजनक स्थिति में पकड़े जाने पर लोगों ने पति को जानकारी दी तो उसका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया. उसने मां के साथ सोमवार को एसएसपी कार्यालय में एसपी ग्रामीण को प्रार्थनापत्र देकर इस समस्या से निजात दिलाने की गुहार लगाई है.
मामला कोतवाली के सिविल लाइंस क्षेत्र का है. यहां रहने वाले एक फैक्ट्रीकर्मी की शादी पांच महीने पहले फतेहपुर की एक लड़की से हुई थी. शादी के कुछ ही दिन बाद युवती का पड़ोस में रहने वाली मौसी से मेलजोल बढ़ गया. पति का आरोप है कि मौसेरी बहन और पत्नी उसकी गैरहाजिरी में घंटों बंद कमरे में रहती थीं. एक दिन मां ने दोनों को आपत्तिजनक हालत में देखा भी लेकिन, समलैंगिक संबंधों का ख्याल उनके मन में नहीं आया. कई बार आपत्तिजनक हालत में देखे जाने पर विरोध किया गया.
शनिवार को पत्नी व मौसेरी बहन को पड़ोस की महिलाओं ने सार्वजनिक शौचालय में भी अश्लील हरकतें करते देखा, जिसके बाद यह बात पूरे इलाके में फैल गई. पत्नी व मौसेरी बहन को बुलाकर पूछताछ की तो दोनों ने खुलकर अपने समलैंगिक संबंधों को स्वीकार किया. दोनों को इज्जत की दुहाई दी गई, समाज का डर दिखाया गया पर वे अलग रहने को तैयार नहीं है.
उल्टा कानूनन इसे जायज बताते हुए धमकी दी कि अगर किसी ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो वे अपनी जान दे देंगी और सुसाइड नोट लिखकर पूरे परिवार को फंसा देंगी. इसके बाद से पूरा परिवार परेशान है. एसपी ग्र्रामीण प्रद्युम्न सिंह का कहना है कि पूरे मामले की जांच कोतवाली पुलिस को दी गई है. जांच के बाद कानूनी पहलुओं को ध्यान रखते हुए कार्रवाई की जाएगी.