दिल्ली से करीब 100 किलोमीटर दूर अलीगढ़ ज़िले की टप्पल तहसील के लोगों में बेहद गुस्सा है.यहां लोगों को आश्चर्य है कि कोई भी व्यक्ति कैसे एक ढाई साल की बच्ची को किडनैप करके, उसके शरीर के टुकड़े करके, उस पर एसिड डालकर उसकी हत्या कर सकता है – और वो भी कथित तौर पर चंद हज़ार रुपए के उधार के लिए.

30 मई से लापता थी. रिश्तेदारों से घिरी उसकी मां ने बताया, “वो सुबह घर के बाहर खेल रही थी और चंद ही मिनट बाद हमने पाया कि वो यहां नहीं है.”

उनका सिर साड़ी के पल्लू से ढंका था. वो आंगन में बैठी हुई थीं और उनके चेहरे पर कोई भाव नहीं थे. चेहरे पर सूखे आंसू के निशान थे. परिवार, दोस्तों, रिश्तेदारों ने टप्पल और आस-पास के गांवों में हर जगह बच्चे को ढूंढा लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला.

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किसी मासूम के साथ कोई इतनी हैवानियत कैसे कर सकता है। टप्पल में मारी गई ढाई साल की बच्ची की पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखने के बाद रोंगटें खड़े हो जाते हैं। दरिंदगी की इंतहा की गई। एक हाथ शरीर से अलग कर दिया। मासूम बच्ची के शव का पोस्टमार्टम करने वाले पैनल में शामिल डॉ. केके शर्मा ने बताया कि यह पहला पोस्टमार्टम था, जिसमें उनकी रूह कांप गई। सात साल से पोस्टमार्टम कर रहा हूं, लेकिन ऐसा केस पहले कभी नहीं सामने आया।

मासूम को दरिंदों ने इस कदर मारा कि की उसकी नेजल ब्रिज (नाक व माथे को जोड़ने वाली हड्डी) और एक पैर में फ्रेक्चर तक हो गया। जिसके चलते बच्ची की मौत शॉक (सदमा) की वजह से होना पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आया है। अलीगढ़ के टप्पल थाना क्षेत्र के मोहल्ला कानून गोयान निवासी ढाई साल की मासूम 30 मई को लापता हो गई थी। दो जून की सुबह शव घर के पास ही कूड़े के ढेर पर मिला था।

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शव का पोस्टमार्टम तीन डॉक्टरों के पैनल द्वारा किया गया था। डॉ. नवीन कुमार, डॉ. केके शर्मा और डॉ. उज्मा शामिल थीं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार मरने के बाद शरीर में जो बदलाव होते हैं। उसके बारे में एंटीमार्टम इंजरी (एएमआई) में डॉक्टरों ने विस्तार से लिखा है।

दर्दनाक मौत

पुलिस ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के हवाले से कहा कि बच्ची के हाथ और पैर टूटे थे। शरीर की कई अन्य हड्डियां भी टूटी हैं। हालांकि, आंख में तेजाब नहीं डाली गई थी जैसा कि परिवार दावा कर रहा है। बच्ची के साथ दुष्कर्म की भी पुष्टि नहीं हुई है, आरोपियों के खिलाफ पोक्सो कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है।

सदमे से तोड़ दिया दम

रिपोर्ट में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि बच्ची की किडनी व यूरिनली ब्लेडर नहीं पाया गया। बच्ची का सीधा हाथ धड़ से अलग था। इसकी वजह से उस जगह पर कीड़े पड़ चुके थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टरों ने हत्या तीन से चार दिन पूर्व होने की संभावना जताई है। यानि बच्ची की हत्या 30 मई को लापता होने के बाद ही कर दी गई थी। इस वजह से शव सड़ चुका था। जगह-जगह कीड़े पड़ चुके थे। दूसरी सबसे बड़ी बात रिपोर्ट में यह है कि मासूम की मौत शॉक यानि सदमे की वजह से हुई है। रिपोर्ट में मौत का कारण डॉक्टरों ने शॉक ड्यू टू एंटी मार्टम इंजरी लिखा है। मेडीकल एक्सपर्ट के मुताबिक ऐसी स्थिति जब होती है जब किसी को कोई सदमा बैठता है।