नवगछिया : आपकी कुंडली में मंगल दोष है या आपकी तरक्की में यह आड़े आ रहा है तो आप रक्तदान कर इससे शांति पा सकते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रक्त दान मंगल दोष से मुक्ति दिलाने में भी सहायक है। ब्लड डोनेशन से रक्त का शोधन होता है। शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। इस तरह कई बीमारियां दूर रहती हैं। रक्त दान के कई फायदे डॉक्टर और विशेषज्ञ गिना रहे हैं।

दान को शास्त्रों में भी महान बताया गया है। ज्योतिषशास्त्री बताते हैं कि रक्त मंगल का कारक है। इसके दान से मंगल (भौम) ग्रह दोष से मुक्ति मिलती है। जिन जातकों के लग्न में तीसरे, ११वें अथवा छठे, 12वें स्थान में मंगल हो उन्हें विशेष रूप से रक्त दान करना चाहिए।

इससे जीवन में शांति बनी रहती है। अगर आपका बार बार हो रहा है दुर्घटना और आप किराये के मकान में अपना जिंदगी गुजर दिये तो कही न कही मंगल गृह का दोष चल रहा है आपके कुंडली में..

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मंगल दोष से मिलती है मुक्ति : शास्त्रों में हर विलक्षण वस्तु दान करने के लिए कही गई है। देह दान, नेत्र, अंग और रक्त दान का अपना महत्व है। ज्योतिष शास्त्र की बात करें तो रक्त को मंगल का कारक माना गया है। इसका दान करने वाले को चोरी, अग्नि समेत अन्य आकस्मिक भय नहीं सताते। – पं. श्रीराम पाठक, ज्योतिषाचार्य

क्लीन नवगछिया ग्रीन नवगछिया द्वारा बाल भारती स्कूल पोस्ट ऑफिस रोड में कल रविवार २३ फरवरी २०२० को सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक रक्तदान उत्सव मनाया जा रहा है जिसे लेकर संस्था के सदस्यों द्वारा तैयारी पूरी कर ली गई है इसमें नवगछिया अनुमंडल के अलावा भागलपुर से भी रक्तवक्त वीर अपना रक्त दान देने आ रहे हैं

टल जाती है आकस्मिक मृत्यु

ज्योतिष की भाषा में यह कहा जा सकता है कि जो व्यक्ति रक्तदान करता है, वह आकस्मिक मृत्यु, किसी बड़ी दुर्घटना और शस्त्रों द्वारा होने वाले आघात से खुद को बचा सकता है।