भागलपुर : विक्रमशिला सेतु पर मरम्मत के दौरान होनेवाली बंदी में संबंधित स्थल तक सिर्फ ऑटो व ई-रिक्शा का परिचालन होगा. ऐसे में मरम्मत स्थल पर जाम न लगे, इसको लेकर ऑटो व ई-रिक्शा का ठहराव वहां अधिक देर तक नहीं होने दिया जायेगा. यह प्रावधान संभावित ट्रैफिक प्लान में किया जा रहा है.

जीरोमाइल से सेतु के मरम्मत स्थल के बीच ऑटो व ई-रिक्शा की संख्या को लेकर भी खाका तैयार हो रहा है. इसके लिए जल्द ही दोनों एसोसिएशन को पत्र भेजा जा रहा है. एसोसिएशन द्वारा भेजी गयी संख्या के आधार पर संबंधित रूट पर परिचालन व किराये भी तय होंगे. एक बोर्ड पर किराये को अंकित करवाकर लगाया जायेगा. जिससे यात्रियों से अधिक किराया न वसूला जा सके. कोशिश यह होगी कि ट्रैफिक प्लान में जिन वाहनों को जाने की अनुमति होगी, उसके बारे में भी सूचना प्रदर्शित हो.

जीरोमाइल से मरम्मत स्थल तक लगेंगे बैरियर

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ट्रैफिक प्लान में जीरोमाइल से मरम्मत स्थल तक बैरियर लगेंगे. बैरियर पर दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारियों की ड्यूटी रहेगी. वे ट्रैफिक प्लान में तय निर्देश का पालन करायेंगे. साथ ही किसी को होनेवाली दिक्कत पर तत्काल समाधान भी करेंगे. बरारी से होकर भी आनेवाले वाहनों को रोकने के लिए वहां पर बैरियर रहेगा.

पुल निर्माण निगम के अफसर ने सेतु बंद करने की तिथि का लिया पत्र

पुल निर्माण निगम के अफसरों ने जिला प्रशासन से विक्रमशिला सेतु के मरम्मत को लेकर बंद करने संबंधित तय तिथि का पत्र लिया. प्रशासन के तय 28 सितंबर से अगले 20 दिनों तक की बंदी कर दी गयी है. इस दौरान निगम को मरम्मत का काम करवाना है.

मायागंज की जगह पूर्णिया रेफर होंगे नवगछिया के मरीज

नवगछिया. विक्रमशिला सेतु पर परिचालन बंद रहने के दौरान नवगछिया में सबसे बड़ी समस्या स्वास्थ्य सुवधाओं को लेकर होगी. नवगछिया से हर रोज औसतन 20 से 25 मरीजों को भागलपुर रेफर किया जाता है.

नवगछिया के प्रशासनिक पदाधिकारियों ने इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की है. नवगछिया से पूर्णिया शहर की दूरी तय करने में दो घंटे का समय लगता है. एसडीओ मुकेश कुमार ने बताया कि पुल पर परिचालन बंद होने के कारण लोगों को परेशानी न हो इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है. घटना दुर्घटना में घायल होने वाले गंभीर मरीजों को नवगछिया अनुमंडल अस्पताल से भगालपुर मायांगज अस्पताल की जगह पूर्णिया सदर अस्पताल भेजे जाने की व्यवस्था की गयी है.