बिहार के मुंगेर जिले में मंगलवार देर शाम खेलने के दौरान 3 साल की बच्ची 35 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई। पिछले 16 घंटे से उसे बचाने के लिए रेस्क्यू जारी है। जिला प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम तीन वर्षीय सना को बोरवेल से निकालने में लगातार जुटी हुई है।

-मिली जानकारी के मुताबिक मुर्गियाचक चौक स्थित उमेश प्रसाद शाह के घर में डीप बोरिंग का काम चल रहा था। इसी दौरान खेलते-खेलते बच्ची बोरवेल में गिर गई। इससे परिवार में कोहराम मच गया। देखते ही देखते पूरे शहर में खबर आग की तरह फैल गई। घर के बाहर लोगों की भीड़ जमा हो गई। घर में 225 फीट की डीप बोरिंग कराई जा रही थी। इसके लिए 14 फीट गहराई का कुंआ खोद कर 105 फीट केसिंग पाइप डाल कर 105 फीट ग्रेबुल भी डाल दिया गया था। लगभग 100 फीट ग्रेबुल डालने के लिए बोरिंग को खुला छोड़ा गया था। इसी बीच बच्ची फिसल कर केसिंग पाइप के बगल से होते हुए बोरवेल के अंदर गिर कई। परिजन रस्सी से बच्ची को निकालने का प्रयास करते रहे लेकिन सफलता नहीं मिली। शाम करीब 7 बजे खगड़िया, बेगूसराय और भागलपुर से एनडीआरएफ की टीम और जमालपुर से आर्मी के जवान मौके पर पहुंचे।

12 फीट दूरी से गड्ढा कर बनाई जा रही 7 फीट की टनल
-बच्ची को बचाने के लिए जेसीबी से 12 फीट की दूरी से सड़क पर बोरिंग के समानांतर गहरा गड्‌ढा खोदा जा रहा है। ताकि बच्ची तक पहुंचा जा सके। अंदर सात फीट का टनल बनाकर बच्ची को निकाला जाएगा। बच्ची की आवाज सुनने से लोगों को यह संतोष है कि बच्ची जिंदा है। सभी ईश्वर से बच्ची के सकुशल बाहर निकलने की प्रार्थना कर रहे हैं।

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जमीन से 35 फीट की गहराई में फंसी है बच्ची
-सूचना स्थानीय लोगों के कोतवाली पुलिस को दी गई। पुलिस के अलावा नगर निगम की मेयर रूमा राज, एसडीओ खगेश चन्द्र झा, एएसपी हरिशंकर कुमार पहुंचे और भीड़ को हटाते हुए बच्ची को निकालने के लिए एक्सपर्ट को लगाया गया। बाद में अग्निशमन पदाधिकारी और आईटीसी के मैनेजर वाईपीसी सिंह भी दो एक्सपर्ट के साथ पहुंचे। एसडीओ ने अस्पताल से ऑक्सीजन सिलिंडर मंगवाया। जिसे पाइप के सहारे बाेरवेल के अंदर डाला गया है, ताकि बच्ची को आक्सीजन मिलता रहे। अग्निशमन पदाधिकारी ने बताया कि बच्ची जमीन से लगभग 35 फीट की गहराई में फंसी है। ऑक्सीजन का पाइप 35 फीट ही अंदर जा सका। जबकि रस्सी भी 35 फीट ही अंदर जा रहा था, इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि बच्ची लगभग 35 फीट पर ही फंसी है।