नवयुग विद्यालय में स्कूल प्रबंधन की लापरवाही से बुधवार को एक छात्रा की आंख जाते-जाते बची। केमेस्ट्री लैब में बिना मास्क के ही 12वीं की छात्रा रानी कुमारी प्रयोग कर रही थी। वह दो केमिकल को रिएक्शन करवा रही थी। इसी बीच विस्फोट हुआ और उसके कुछ छींटें छात्रा की आंख में चले गए। स्कूल प्रबंधन ने तत्काल उसे पास ही एक प्राइवेट आई स्पेशलिस्ट के पास ले जाया गया।

गुरुवार को भी उसे डॉक्टरों के पास दिखाया गया, डॉक्टर ने उसकी आंखों को खतरे से बाहर बताया है। उसे एक माह तक आराम की सलाह दी गई है। दरअसल, स्कूल की केमेस्ट्री लैब में जब रिएक्शन हो रहा था, उस कमरे में डेमोंस्ट्रेटर हरेराम भी थे। लैब में हार्मफुल केमिकल रिएक्शन के दौरान मास्क लगाने की सलाह दी जाती है, लेकिन स्कूल में ऐसा नहीं हुआ।

स्कूल में मास्क तक नहीं थे। रानी ने बताया, वह एसेटिक एसिड और बेंजॉइल के रिएक्शन का डेमो देखने के बाद खुद रिएक्शन कराने की कोशिश कर रही थी। इस दौरान केमिकल अचानक से उबल कर गिरने लगा और जोर की आवाज हुई। कुछ बूंदें मेरी अांख में गई। तुरंत मेरी आंखों को डिस्टिल्ड वाटर से धुलाया गया अौर डॉक्टर के पास ले जाया गया। रानी की मां सीमा देवी ने बताया कि मुझे स्कूल से फोन आया कि इसकी आंख में केमिकल चला गया है, मैं पहुंची, लेकिन शुक्र है भगवान का कुछ ज्यादा नहीं हुआ।

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डॉक्टर के पास चेकअप कराने पहुंची रानी।

डॉक्टर ने एक माह के लिए दिया रेस्ट, केमेस्ट्री लैब में बिना मास्क के ही 12वीं की छात्रा कर रही थी प्रैक्टिकल

नवयुग विद्यालय का केमेस्ट्री लैब, जहां छात्रा रानी केमिकल का प्रयोग कर रही थी।

पूरे मामले पर लैब इंचार्ज हरेराम ने कहा कि केमिकल रिएक्शन के दौरान थोड़ा केमिकल उसकी आंख में पड़ गया था। मैं वहां मौजूद था। पहले ऐसा कभी नहीं हुआ। हरेराम, लैब इंचार्ज

प्रैक्टिकल करते समय केमिकल छात्रा पर गिर गया था। हमने तुरंत छात्रा का इलाज करवाया। स्कूल में वैसे एक नर्स हमेशा रहती है। डाॅ. चंद्रचूड़ झा, प्राचार्य

एक्सपर्ट व्यू

खतरनाक केमिकल के रिएक्शन से पहले डेमोंस्ट्रेटर का वहां रहना जरूरी है। छात्रा को मास्क भी देना चाहिए था। बिना मास्क प्रयोग खतरनाक हो सकता है। प्रो. केसी मिश्रा, जूलॉजी, टीएनबी कॉलेज