तातारपुर इलाके के काजवलीचक में सोमवार दिनदहाड़े हुए बम विस्फोट से अफरा-तफरी मच गई। विस्फोट में उर्दू बाजार इलाके का प्रिंस कुमार घायल हुआ है। उसे गंभीर हालत में इलाज के लिए जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज और अस्पताल मायागंज में भर्ती कराया गया है। मौके पर सिटी डीएसपी राजवंश सिंह ने पहुंचकर जांच की।
विस्फोट होते ही चारों तरफ मच गई अफरा तफरी
घटना की बाबत प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि प्रिंस उर्दू बाजार की ओर से थैले में बम भरकर बाजार की तरफ जा रहा था। काजवालीचक यतीम खाना के समीप जब युवक पहुंचा तो सामने से आ रही बाइक पर लदे दूध के कंटेनर से उसका थैला टकरा गया। टक्कर होते ही धमाके के साथ जबरदस्त विस्फोट हुआ। जिससे चारों ओर धुआं फैल गया। विस्फोट होते ही सड़क पर अफरा-तफरी मच गई।
इस घटना में प्रिंस गंभीर रूप से घायल हो गया। घायलावस्था में प्रिंस को कुछ लोगों ने उठाकर गली में एक स्टूडियो के बगल वाले गैरेज में उसे बैठाया। जहां गैरेज संचालक ने पुलिस को इसकी जानकारी ना देकर युवक को घायल हालत में ही भगा दिया। वहीं दुकान में घायल युवक के गिरे खून के निशान को धो दिया।
गंभीर रूप से घायल होने से अस्पताल में हुआ भर्ती
प्रिंस गंभीर रूप से घायल हो गया था। इस कारण वह इलाज कराने के लिए मायागंज अस्पताल गया। मामले की जानकारी होने पर तातारपुर इंस्पेक्टर अमरनाथ प्रसाद सिंह दल बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने कई लोगों से पूछताछ की। इसके कुछ ही देर बाद सिटी डीएसपी राजवंश सिंह ने घटनास्थल की जांच की। पुलिस मायागंज अस्पताल पहुंचकर प्रिंस से पूछताछ कर रही है।
दहशत फैलाने के लिए होता है लहसुनिया बम का प्रयोग
कई वर्षों में लहसुनिया पटाखा (बम) से कई घटनाएं हुई हैं। इसका प्रयोग अमूमन अपराधियों द्वारा दहशत फैलाने के लिए किया जाता रहा है। लहसुनिया बम भी काफी शक्तिशाली होता है। जो किसी का भी नुकसान कर सकता है। इस कारण इसे प्रतिबंधित कर दिया गया है। काजवलीचक में इस तरह के पटाखों का कारोबार होता आ रहा है। पूर्व में भी पुलिस ने छापेमारी कर कई बार लोगों को पकड़ कर जेल भेजा है। बावजूद इसके पटाखे का अवैध कारोबार नहीं रुक रहा है।