डीएम प्रणव कुमार के नाम से साइबर ठगों ने फर्जी ईमेल आईडी बनाकर गोपालपुर बीडीओ को भेजे गए मैसेज की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। जांच में पता चला है कि ठगों ने आई-पैड से गोपालपुर बीडीओ को डीएम के नाम का फर्जी ईमेल भेजा था। पुलिस अब उस आई-पैड का आईपी एड्रेस ट्रेस करने समेत अन्य सारी जानकारी जुटाने में लग गई है। इसके लिए साइबर सेल की भी मदद ली जा रही है और टेक्निकल एक्सपर्ट को भी जांच में लगाया गया है। ठगों ने ईमेल अंग्रेजी में भेजा था, जिसका हिंदी का मजमून है-मुझे आपसे एक अहसान की जरूरत है। कृपया मुझे जल्द से जल्द ईमेल करें। जिस मोबाइल, कंप्यूटर, टैबलेट, आई-पैड, लैपटॉप आदि से उक्त ईमेल आईडी जेनरेट हुआ है, उसे आईपी एड्रेस या आईएमईआई के जरिए ट्रेस किया जा सकता है। इसके लिए पुलिस ईमेल से संबंधित कंपनी से भी मदद लेने की तैयारी कर रही है। जांच में पुलिस को 15 दिन से एक माह तक समय लग सकता है।

पुलिस व साइबर सेल ने शुरू की जांच, टेक्निकल एक्सपर्ट की ली जाएगी मदद

एेसे फर्जी मैसेज अन्य लाेगाें काे भी भेजे जाने की अाशंका : बता दें कि साइबर ठगों ने डीएम के नाम से फर्जी ईमेल आईडी बनाकर गोपालपुर के बीडीओ को मैसेज किया था और पैसों की मांग की थी। इस मामले में जिला नजारत सह गोपनीय शाखा प्रभारी त्रिलोकी नाथ सिंह के विभागीय आवेदन के आधार पर जोगसर थाने में अज्ञात के खिलाफ जालसाजी और आईटी एक्ट की धारा में केस दर्ज कराया गया है। फर्जी ईमेल में डीएम के नाम और पदनाम का गलत इस्तेमाल किया गया है। इस कारण मामले में केस दर्ज कराया गया है।

पूर्व के केसों में साइबर ठगों के यूएस कनेक्शन का हुआ खुलासा : साइबर ठग पहले भी शहर के बड़े लोगों के नाम से ईमेल बनाकर के संपर्क के लोगों से पैसे मांग चुके हैं। मायागंज अस्पताल के डॉक्टर हेमशंकर शर्मा, टीएमबीयू के प्रभारी वीसी, बीसीई के पूर्व प्राचार्य डॉ. अचिंत्य आदि के नाम से ईमेल आईडी बनाकर उनके संपर्क के लोगों को पैसों की मांग से संबंधित मैसेज भेजा था। कुछ मामले में प्राथमिकी भी दर्ज हुई थी, लेकिन पुलिस अब तक इन मामले की जांच पूरी नहीं कर पाई है।
input ; bhaskar

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