विक्रमशिला पुल के समानांतर पुल का प्रधानमंत्री द्वारा 11 सितंबर को शिलान्यास का संभावित कार्यक्रम टल सकता है। दरअसल एक सितंबर के बाद इस संबंध में मुख्यालय को कोई सूचना नहीं मिली है। एनएच के मुख्य अभियंता अनिल कुमार सिन्हा ने कहा कि 11 को प्रस्तावित कार्यक्रम तो था लेकिन उसके बाद से नौ सितंबर की शाम तक इस संबंध में कोई निर्देश नहीं मिला है। कार्यक्रम रहता तो जरूर सूचना आई रहती। उम्मीद है कि शिलान्यास का यह कार्यक्रम टल सकता है।

विक्रमशिला पुल पर जाम लगने से लोगों को बहुत परेशानी हुई। पिछले कुछ सालो से पुल पर जाम लग रहा है। रह रह कर फिर से जाम लग जाता है । पुल पर जाम लगने से पहुंच पथ तक वाहनों की लंबी कतार लग जाती है । पुलिस जाम हटाने के लिए पुल पर पहुंचती है । ट्रैफिक को वन वे किया जाता है । उस दौरान पुल से पहुंच पथ और बायपास तक सैकड़ों की संख्या में वाहन फंस जाता है । इसी दौरान पुल पर छोटे चार पहिया वाहन ओवरटेक करने की कोशिश करते है । कई को पकड़ा भी जाता है ।

लॉकडाउन में विक्रमशिला पुल पर चलने वाली गाड़ियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है लेकिन पुल पर लाइट नहीं जलने के कारण रात में गाड़ी चालकों के लिए यह काफी खतरनाक बना हुआ है। पुल पर अधिकतर लाइट लंबे समय से खराब है। पहले कुछ लाइट नहीं जल रही थी अब अधिकतर लाइट नहीं जल रही है।

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गाड़ी चालकों का कहना है कि अपनी गाड़ी की लाइट के सामने कुछ दूर तो दिखाई देता है लेकिन उसके अलावा देखने में परेशानी होती है। सबसे ज्यादा परेशानी ट्रैक्टर, जुगाड़ या ऐसी गाड़ियों को होती है जो बिना लाइट के चलती है। पुल पर लाइट नहीं होने के कारण दूर से कई तेज रफ्तार गाड़ी दिखाई नहीं पड़ती है और अचानक सामने आ जाती है। लंबे समय से पुल पर लाइट खराब है लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं है। जबकि हजारों गाड़ियां रोज इस पुल से गुजरती हैं। कई बार दुघटनाएं भी हो चुकी हैं लेकिन लाइट को ठीक नहीं कराया जा रहा है।