भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज और दरभंगा इंजीनियरिंग कॉलेज के कंप्यूटर साइंस के छात्रों ने गांव में बैठे-बैठे अफवाह पर लगाम लगाने के लिए रिम्यूमर डॉक्टर ऑफ योर ऑन (रुडोयो) एप बनाया है। इस एप को मोबाइल पर इंट्रॉल करके आप यह पता लगा सकते हैं कि जो वीडियो, फोटो चल रही है उसमें कितनी हकीकत है।

भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के सेकेंड ईयर कंप्यूटर साइंस के छात्र मोहित गुप्ता ने पश्चिमी चंपारण के सिकटा प्रखंड के धर्मपुर गांव के रहने वाले हैं। मोहित ने बताया कि लॉकडाउन के साथ जब हमलोग गांव पहुंचे तो गांव में हर दिन नयी अफवाह उड़ती थी। पश्चिमी चंपारण के गांव में अफवाह उड़ी कि बंधागोभी से कोरोना फैल रहा है। लोगों ने उसे फेंकना शुरू कर दिया। इसके बाद मैंने अपनी बहन मुस्कान गुप्ता जो दरभंगा इंजीनियिरंग कॉलेज में कंप्यूटर साइंस की छात्रा है के साथ मिलकर काम शुरू किया। इसमें मेरे क्लास मेट दरभंगा से अमन कुमार झा, मुजफ्फरपुर से कंचन कुमार, सुगौली पूर्वी चंपारण से साक्षी गुप्ता, आरा से शिवानी कुमारी ने एक साथ काम करना शुरू किया।

एप डाउनलोड करके लगाएं अफवाह पर लगाम

मोहित ने बताया कि RuDoyo (रुडोयो) नामक एक मोबाइल एप्लीकेशन तैयार किया है जिसका उपयोग हम अफवाहों को वेरीफाई करने के लिए कर सकते हैं। इसे प्ले स्टोर या फिर दिए गए लिंक से डाउनलोड करते हैं। इसके बाद इस पर फोटो, वीडियो डालने पर यह हमारी टीम के पास इसकी सूचना आ जाएगी। टीम इसका पता लगाकर आपको बता देगा कि यह अफवाह है या फिर इसमें सच्चाई भी है।

Whatsapp group Join

स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने की योजना थी

मोहित और अमन ने बताया कि सबसे पहले हमारी योजना स्वास्थ्य के क्षेत्र की थी। जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और मशीन लर्निंग के आधार पर मरीज और डॉक्टर के बीच की दूरी को कम करना था। इस कड़ी में काफी हद तक काम हुआ है। मगर अभी इसमें समय लगेगा। इस प्रोजेक्ट का नाम डाक्टर ऑफ योर ओन रखा गया था। इस बीच अफवाह का बाजार काफी तेजी से बढ़ रहा था। फिर इस एप पर काम शुरू कर दिया।