कहते हैं कि पूत के पांव पालने में ही नजर आ जाते हैं. इस बात को सिद्ध कर दिखाया है मुंगेर में कोतवाली थाना क्षेत्र के मध्यम परिवार के राजवीर आनन्द ने. राजीव ने इंटरनेशनल ताइक्वांडो चैम्पियनशिप 2018 में अपने खेल का उत्कृष्ट प्रदर्शन कर स्वर्ण पदक लाकर मुंगेर जिले का मान बढ़ाया है. इस कामयाबी के पीछे राजवीर ने अपने माता-पिता और दोस्तों का सहयोग बताया है.
राजीव के पिता कामता कुमार आनन्द एक प्राइवेट क्लीनिक में कंपाउंडर है और माता गीता देवी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक सहायक पद पर कार्यरत हैं. राजीव की दो बहनें हैं. राजवीर की प्रारम्भिक मुंगेर के डीएवी स्कूल में हुई. कक्षा राजवीर ने एसबीएन पाटम कॉलेज से समाजशास्त्र विषय से स्नातक किया है. आर्थिक तंगी के कारण इनके रास्ते में कई प्रकार की बाधाएं आई लेकिन राजवीर ने कभी हिम्मत नहीं हारी. कड़ी मेहनत से कामयाबी के शिखर को छुआ.
राजवीर ने सबसे पहले वर्ष 2016 में राज्य ताइक्वांडो चैम्पियनशिप से सिल्वर मेडल हासिल किया था. उसके बाद वर्ष 2017 में भूटान में आयोजित ताइक्वांडो चैम्पियनशिप में ब्रांच मेडल हासिल कर देश का नाम रोशन किया. इसके बाद वर्ष 2018 में दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में अपने खेल का उत्कृष्ट प्रदर्शन कर राष्ट्र को गौरवान्वित करने का काम किया है. वहीं खेल और खिलाड़ी के प्रति बिहार सरकार के उदासीनता रवैये के चलते कितने खिलाड़ी गुमनाम जिन्दगी जीने को विवश है.