राज्य में अब आयुष्मान भारत योजना के तहत डेंगू का भी इलाज हो सकेगा। सरकार ने डेंगू के मरीजों की बढ़ती संख्या और इलाज में आ रही परेशानी को देखते हुए यह आदेश दिया है। इस आदेश के बाद सरकारी और निजी अस्पतालों में डेंगू के मरीजों का मुफ्त इलाज हो सकेगा। इसके लिए विभाग की ओर से पांच पैकेज के तहत इलाज की अनुमति दी गई है। स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने सभी मेडिकल काॅलेजों के अधीक्षक और निदेशकों के साथ-साथ सभी जिलों के सिविल सर्जन को आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। सभी जिलों के सिविल सर्जन को इस आदेश को लागू कराने की जिम्मेवारी सौंपी गई है।

अभी 30 रुपए लेकर बनाया जाता है गोल्डन कार्ड

राज्य सरकार ने स्वास्थ्य विभाग और पंचायती राज विभाग को शिविर लगाने की जिम्मेवारी सौंपी है। सभी पंचायतों में आरटीपीएस केन्द्रों के जरिए यह विशेष शिविर का आयोजन किया जाएगा। लगातार तीन दिनों तक चलने वाले इस शिविर में गोल्डेन कार्ड बनाया जाएगा। फिलहाल कामन सर्विस सेंटर में कार्ड बनाया जाता है, जिसके लिए लाभार्थियों को 30 रुपए देना होता है।

क्यों पड़ी शिविर की जरूरत

सूबे में आयुष्मान भारत योजना लागू हुए एक साल से ज्यादा समय हो गया, बावजूद इसके अभी तक मात्र एक लाख लोगों ने ही योजना के तहत अपना इलाज कराया है, जबकि 24 लाख लोगों के पास गोल्डेन कार्ड है। वहीं राज्य में इस योजना के लाभार्थियों की संख्या 5.85 करोड़ हैं। राज्य सरकार ने पिछले एक साल में इस योजना की धीमी प्रगति को देखते हुए, यह कदम उठाया है, जिसके तहत सभी लाभार्थियों को मुफ्त कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा।

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20 से अधिक कार्ड बनवाने पर आशा को मिलेगी राशि

स्वास्थ्य विभाग ने एक प्रखंड के सभी पंचायतों में एक साथ तीन दिनों का शिविर आयोजित करने का आदेश दिया है। इस योजना के प्रचार-प्रसार के लिए आशा कार्यकर्ताओं और एएनएम काे लगाया जाएगा। 20 से अधिक कार्ड बनवाने वाली आशा कार्यकर्ता को सौ रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने सभी डीएम, डीडीसी और सिविल सर्जन को शिविर का आयोजन करने का निर्देश दिया है।

कॉमन सर्विस सेंटर और आरटीपीएस केन्द्रों के जरिए भी बनाया जाएगा कार्ड

पंचायतों में पहले की तरह कामन सर्विस सेंटरों पर गोल्डेन कार्ड बनाने का काम जारी रहेगा। हालांकि इसके लिए लाभार्थी को 30 रुपए का शुल्क देना होगा। वहीं आरटीपीएस केन्द्रों के जरिए यह कार्ड मुफ्त बनेगा। लाभार्थियों को सत्यापन के बाद ही कार्ड मिलेगा। पंचायतवार तारीख का निर्धारण कर कार्ड का वितरण होगा।

अभी कैसे बनता है कार्ड

अभी इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती होने वाले लाभार्थियों का सत्यापन होने के बाद अस्पताल के माध्यम से कार्ड बना है। इसके अलावा लाभार्थी कामन सर्विस सेंटर पर 30 रुपए देकर कार्ड बनवा सकते हैं।