भारतीय नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से हिन्दू नववर्ष विक्रम संवत का आरंभ हो जाता है। इस बार राजा बुध अाैर चन्द्रमा के मंत्री रहने से आर्थिक क्षेत्र अच्छा रहेगा। धन्य-धान्य में वृद्धि होगी। इस बार वासंतिक चैत्र नवरात्र 25 मार्च से 3 अप्रैल तक रहेगा। 24 मार्च को दिन के 1:56 मिनट से प्रतिपदा का प्रवेश हो रहा है जो 25 मार्च को 4:02 मिनट तक रहेगा। प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के साथ ही नवरात्र का उत्सव शुरू हो जाएगा|

दस दिन का होगा नवरात्र

हड़बड़िया काली मंदिर के पुजारी ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज कुमार मिश्रा ने बताया की इस बार नवरात्र बुधवार से शुरू होगा और शुक्रवार को संपन्न होगा। नवरात्र दस दिनों का होगा।

मां के आगमन से सभी कार्यों में मिलेगी सफलता

इस बार मां दुर्गा नाव पर आएगी और हाथी पर जायेगी। प्रत्येक वर्ष मां के आगमन और प्रस्थान अलग-अलग-वाहन से होता है। पंडित मिश्रा ने बताया की मां दुर्गा के आगमन से सभी कार्यो में सफलता मिलेगी। मां दुर्गा हाथी पर जायेगी इससे बारिश की संभावना है और फसल नुकसान हाेने की संभावना है। उन्हाेंने बताया कि यदि रविवार और सोमवार को पूजा आरम्भ होती है तो उस वर्ष मां हाथी पर आती है, शनिवार और मंगलवार को पूजा शुरू होने पर घोड़े पर, गुरुवार और शुक्रवार रहने पर मां डोली पर एवं बुधवार के दिन पूजा शुरू होने पर नौका पर मां दुर्गा आती है।

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मां दुर्गा के जाने के लिए निर्धारित सवारी के बारे में मान्यता है िक विसर्जन के दिन यदि रविवार व सोमवार रहे तो देवी भैसे पर जाती है। शनिवार और मंगलवार को चरणायुद्ध यान पर जाती है। बुधवार और शुक्रवार को गज वाहन पर और गुरुवार रहने पर नर वाहन पर भगवती प्रस्थान करती है। आगमन और प्रस्थान का प्रभाव कभी शुभ और कभी अशुभ भी होता है।

चैत्र नवरात्र तिथि व दिन

{25 मार्च बुधवार प्रतिपदा 4:02 मिनट तक
{26 मार्च गुरुवार द्वितीया
{27 मार्च शुक्रवार तृतीया
{28 मार्च शनिवार चतुर्थी
{29 मार्च रविवार पंचमी
{30 मार्च सोमवार षष्ठी
{31 मार्च मंगलवार सप्तमी
{1 अप्रैल बुधवार अष्टमी
{2 अप्रैल गुरुवार नवमी
{3 अप्रैल शुक्रवार दशमी