गंगा अाैर काेसी नदी का जलस्तर में कमी अाते ही तटवर्ती इलाकाें में भीषण कटाव शुरू हो गया है। सोमवार को बिहपुर प्रखंड के हरियो पंचायत अंतर्गत नवटोलिया में 55 से अधिक घर कोसी नदी में समा गए। वहीं नारायणपुर प्रखंड के बैकठपुर दुधैला दियारा में 25 घर कटाव की भेंट चढ़ गए। इससे 500 से अधिक लोग बेघर हो गए हैं। बिहपुर के नवटोलिया में अब चार-पांच घर ही बचे हैं। जो कभी-कभी कटाव की भेंट चढ़ सकते हैं। कटाव के बाद अब चारों ओर पानी ही पानी दिख रहा है। गांव में जहां कल तक बच्चों की किलकारियां गूंजती थी, आज कोसी की धारा बह रही है

कटाव की सूचना पर सीओ बलराम प्रसाद, सीआई बदरे आलम, मुखिया प्रतिनिधि पवन साह कटावस्थल पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। सीओ ने कहा कि सभी परिवारों को हर संभव मदद किया जाएगा। उन्होंने मौके पर मौजूद सीआई को पीड़ित परिवारों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया। इधर, लोग नाव के सहारे गांव से पलायन कर रहे हैं। अचानक कटाव होने से लोग अधिकांश समान अपने घरों से नहीं निकाल पाए। घर के साथ अनाज, फर्नीचर समेत अन्य समान भी कोसी में विलीन हो गया। लोगों ने बताया कि कहारपुर से कटने के बाद यहां आकर बसे थे। अब यहां भी कोसी ने हमें बर्बाद कर दिया

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बैकठपुर दुधैला के 40 घरों पर मंडरा रहा है खतरानारायणपुर प्रखंड के दुधैला दियारा के वार्ड3 व 4 में कटाव भयंकर रूप धारण कर लिया है। सोमवार को नागे मंडल, राजीव रंजन, लुचो मंडल, खगेश मंडल, सुभाष चन्द्र सुमन, रंजीत मंडल, कारे मंडल सहित 25 लोगों के घर गंगा में समा गए वहीं 40 घरों पर अब भी खतरा मंडरा रहा है। वार्ड सदस्य सुभाष चन्द्र सुमन ने बताया कि पीड़ित परिवार के बगल में ऊंचे स्थान पर रह रहे हैं। मुखिया अरविंद मंडल, समाजसेवी संजय भारती ने बताया कि कटाव की गति इतनी तेज है कि अगर इस पर रोक नहीं लगाई गई तो पूरा गांव कट जाएगा।

कटावरोधी कार्य सिंहकुंड में शुरूसिंहकुंड गांव में भी शुरू हुए कटाव का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। कोसी इस तरह तांडव मचा रही है कि मानों पूरा इलाके को लीलने को बेताब है। जिसके कारण लोगों में दहशत का माहौल है। हालांकि, सोमवार को भीषण कटाव के बीच जल संसाधन विभाग ने कटावरोधी कार्य शुरू कराया। जिससे लोगों ने कुछ राहत की सांस ली है। वहीं, ग्रामीणों ने कहा कि अगर यह कार्य पहले कराया गया होता तो यह दिन देखने को नहीं मिलते।