ढोलबज्जा: नवगछिया के कोसी पार, कदवा दियारा पंचायत अंतर्गत बगड़ी टोला निवासी राजकिशोर मंडल उर्फ कारू के पुत्र नीतीश कुमार (14) करीब पांच वर्षों से हर्ट (धड़कन) की बिमारी से परेशान हैं. नीतीश चौथी कक्षा की छात्र है. इस बिमारी के कारण अपने जिंदगी की सफर से हार चुके नीतीश अश्रुपूर्ण निगाहों से राहगीरों को टकटकी लगाकर देखते कोई तारणहार मिल जाय जिससे वह भी पूरी जिंदगी जी सके.

पिता राजकिशोर मंडल ने बताया- नीतीश के इलाज के लिए नवगछिया, पूर्णिया व भागलपुर के नीजी एवं सरकारी अस्पतालों में इलाज कराया. जहां जेएलएनएमसीएच मायागंज से उसे पटना रेफर किया गया. जब पटना में भी इलाज नहीं हो सका तो वहां वह छत्तीसगढ़ चले गए. छत्तीसगढ़ में चिकित्सकों ने अपने पास पर्याप्त साधन को नहीं देख गुजरात के श्री शाही हर्ट हॉस्पीटल राजकोट भेज दिया.

जहां कॉपरेशन की बात कह 90 फीसदी रोगी को नहीं बचने की बात कही गई. वहां से नीतीश के माता-पिता पैसे के अभाव में घबडा़कर वापस घर लौट आए. अबतक में राजकिशोर अपने बेटे के इलाज में करीब डेढ़ लाख रुपए खर्च कर चुके हैं. उनके आर्थिक स्थिति बिल्कुल दयनीय है. ग़रीबी में जी रहे राजकिशोर किसी तरह मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार के सात सदस्यों का भरण-पोषण करता है.

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