नवगछिया : परबत्ता धार में ग्रामीणों के सहयोग से बनाए गए बांध में ग्रामीणों ने मिट्टी डाल के मजबूत करने का कार्य जिप सदस्य विपिन मंडल की देख रेख में शुरू कर दिया गया है. गंगा नदी के जल स्तर में वृद्धि के बाद उक्त बांध पर पानी का दबाव बढ़ गया था. जल स्तर में हुई वृद्धि से इस्माईलपुर प्रखंड के दर्जनों गांव के सहित हजारों एकड़ में लगी मक्के की फसल पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा था. जिप सदस्य विपिन मंडल ने कहा कि गंगा नदी का पानी परबत्ता धार से होकर ही इस्माइलपुर प्रखंड क्षेत्र में गंगा नदी के बाढ़ का पानी प्रवेश करता है.

गंगा नदी के पानी को ग्रामीणों के सहयोग से बने बांध के कारण ही दियारा इलाका में बाढ़ का पानी प्रवेश नहीं किया है. जल स्तर में वृद्धि के बाद उक्त बांध पर दबाव बढ़ गया था. जिसके कारण बांध पर मिट्टी डाल कर उसे मजबूत करने का कार्य किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि दो माह तक अगर बाढ़ का पानी नहीं जाता है तो हजारो एकड़ में लगी किसानों की फसल को किसान तैयार कर लेंगे, जो इस्माईलपुर के किसानों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा

– नदी के जल स्तर में वृद्धि के बाद बांधों पर बढ़ने लगा दबाव

गंगा एवं कोसी नदी के जल स्तर में वृद्धि से तटबंधों पर पानी का दबाव बढ़ने लगा है. कोसी नदी के जल स्तर में वृद्धि के बाद कोसी नदी का पानी दियरा इलाके में फैलने लगा है. गंगा नदी के जल स्तर में हुई वृद्धि से इस्माईलपुर बसे बिंदटोली के बीच बने स्परों पर भी दबाव बढ़ने लगा है. जल स्तर में हो रही वृद्धि से लोगों में संभावित बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. गंगा नदी वर्तमान में खतरे के निशान 31.60 मीटर से एक मीटर 30.61 मीटर पर बह रही है. नदी के जल स्तर में लगातार वृद्धि जारी है. नदी के जल स्तर में हो रही वृद्धि से इलाके के लोगों में दहशत का माहौल है. नदी के जल स्तर में हुई वृद्धि के बाद परबत्ता धार में ग्रामीणों के सहयोग से बनाए गए बांध पर भी पानी का दबाव बना हुआ है.

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इधर कोसी नदी के जल स्तर में एक तरफ जहां वृद्धि जारी है तो दूसरी ओर नदी का कटाव भी आरंभ हो गया है. जलस्तर में वृद्धि होने के साथ ही नदी कदवा बोड़वा टोला के पास एवं रामनगर बिंदटोली के पास नदी का कटाव जारी है. नदी के कटाव शुरू होने के बाद तटवर्ती इलाके के लोगों में दहशत का माहौल है. स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार जल संसाधन विभाग को सूचना देने के बाद भी कटाव निरोधी कार्य आरंभ नहीं हुआ है. स्थानीय लोगों का कहना है कि कटाव निरोधी कार्य आरंभ नहीं हुआ तो हम लोगों का घर भी कटकर नदी में बह जाएगा. स्थानीय लोगों ने जल संसाधन विभाग के अभियंता से कटाव स्थल पर तत्काल कटाव निरोधी कार्य करवाए जाने की मांग की है.