भले ही इस साल पुरुषोत्तम मास होने से 66 दिन ही शहनाइयां बजेगी, लेकिन फरवरी ऐसा माह है, जिसमें सर्वाधिक मुहूर्त हैं। 28 फरवरी तक विवाह स्थलों पर शामियाने और मंडप सजेंगे। वहीं मार्च में सिर्फ दो ही दिन विवाह मुहूर्त हैं। 14 मार्च को सूर्य के गुरु वृहस्पति की राशि मीन में प्रवेश करने से फिर एक माह के लिए शहनाइयों की गूंज थम जाएगी।

ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज कुमार मिश्र ने बताया कि 14 मार्च से 13 अप्रैल तक सूर्य के मीन राशि में प्रवेश करने से मीन मलमास रहेगा। इस दौरान शादी-ब्याह आदि मांगलिक कार्य नहीं हो सकेंगे। इसके बाद एक जुलाई से देवशयनी एकादशी से देव सो जाएंगे। 25 नवंबर को देवउठनी एकादशी को देव उठ‌ेंगे। इस दौरान करीब पांच माह तक फिर मांगलिक व शुभ कार्य वर्जित रहेंगे। देवउठनी एकादशी से शहनाइयां बजनी शुरू होंगी। साल के अंत में 15 दिसंबर से धनु मलमास लग जाएगा। इधर, इन दिनों बाजारों में रौनक बढ़ गई है। इन दिनों में होने वाली शादियों के लिए परिजन खरीदारी कर रहे हैं।

जानिए किस माह में कितने होंगे विवाह मुहूर्त

फरवरी में- 14,15, 16, 18, 21, 25, 26, 27 व 28 तक।
मार्च में 2 दिन- 10 व 11 तक।
अप्रैल में 6 दिन- 16, 17, 20, 25, 26 व 27 तक।
मई में 15 दिन- 1, 2, 4, 5, 6, 10, 13, 14, 15, 17, 18, 19, 23, 24 व 29 तक।
जून में 8 दिन- 13 से 16 जून तक, 27 से 30 जून तक।
नवंबर में 3 दिन- 25, 26 व 30 तक।
दिसंबर में 5 दिन- 1, 7, 9, 10, 11 तक।

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इस बार पांच महीने का होगा चातुर्मास

पं. मनोज मिश्र ने बताया कि इस साल चातुर्मास करीब पांच माह का होगा। चातुर्मास के दौरान ही पुरुषोत्तम मास(अधिकमास) आएगा। इससे चातुर्मास 118 दिन की बजाए 138 दिन का रहेगा। दो अश्विन माह होंगे। पुरुषोत्तम मास 18 सितंबर से 16 अक्टूबर तक रहेगा।