मुजफ्फरपुर. मस्तिष्क ज्वर (एईएस) का कहर थम नहीं रहा है। शनिवार सुबह एसकेएमसीएच में तीन और बच्चों की मौत हो गई। चार बच्चों की स्थिति गंभीर है। वहीं, बीमार बच्चों का हाल जानने अस्पताल पहुंचे कन्हैया कुमार को विरोध का सामना करना पड़ा। कन्हैया के आने पर भीड़ जुट गई। पुलिस ने किसी तरह भीड़ पर काबू पाया और कन्हैया को हॉस्पिटल ले गई।

कन्हैया से लोगों ने पूछा- अब तक कहां थे?

कन्हैया शनिवार को 50-60 समर्थकों के साथ अस्पताल पहुंचे। जिस हॉस्पिटल में रोज बच्चों की मौत हो रही है, वहां फूल-माला पहनाकर समर्थकों ने कन्हैया का स्वागत किया। इसके बाद कन्हैया वाॅर्ड में गए और मरीजों को देखा। लौटते समय कन्हैया को विरोध का सामना करना पड़ा। अस्पताल में मौजूद लोगों ने कन्हैया से कहा- ‘आने में इतनी देर क्यों हुई और आए भी तो खाली हाथ। बच्चों की मौत पर राजनीतिक रोटी सेंकने आए हैं।

173 बच्चों की हो चुकी है मौत

एईएस के चलते शनिवार सुबह तक 173 बच्चों की मौत हाे चुकी है। शुक्रवार को 6 बच्चों की मौत हुई थी। एसकेएमसीएच में अभी 124 और केजरीवाल अस्पताल में पांच बच्चों का इलाज चल रहा है। एसकेएमसीएच में अब तक भर्ती 429 बच्चों में से 188 को डिस्चार्ज किया जा चुका है।

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हेल्थ सेक्रेटरी और एडिशनल सेक्रेटरी ने व्यवस्थाएं देखीं

एसकेएमसीएच में वेंटिलेटर सहित अन्य आवश्यक मेडिकल उपकरणों की खरीदारी की प्रक्रिया शुरू हो गई है। शुक्रवार को बिहार सरकार के हेल्थ सेक्रेटरी, एडिशनल सेक्रेटरी सहित राज्य स्तर के कई पदाधिकारियों ने एसकेएमसीएच के पीआईसीयू वाॅर्ड का जायजा लिया। अस्पताल अधीक्षक डॉ. एसके शाही ने बताया कि टीम की ओर से आवश्यक उपकरण की खरीदारी करने की अनुमति दी गई है।

398 बच्चों के खून में शुगर की कमी

अधीक्षक ने बताया कि 398 बच्चों की जांच रिपोर्ट में खून में शुगर की कमी का मामला सामने आया है। अस्पताल में काफी ऐसे बच्चे भर्ती हुए हैं, जिनका शुगर लेवल 20 से 22 तक था। कुपोषण पर हैदराबाद की एक टीम गांवों में घूम-घूम कर सर्वे कर रही है।