भागलपुर। मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के बाद कई जिलों से शेल्टर होम में गड़बड़ी की शिाकायत मिल रही है। ताजा मामला जिले के जीरोमाइल स्थित बालिका गृह का है, जहां जांच करने पहुंची डॉक्टरों की टीम ने पाया कि बालिका गृह में करीब एक दर्जन बच्चियां विभिन्न बीमारियों से ग्रस्त हैं।

मेडिकल टीम द्वारा 3 से 4 घंटे तक बालिका गृह की जांच की गई। इस दौरान दस बच्चियां मानसिक स्तर पर अविकसित, एवं आधा दर्जन वायरल फीवर एवं तीन बालिकाएं एनिमिया की शिकार पायी गयी। इनमें से दो बच्ची की हालत तो इतनी खराब थी कि दोनों काफी मुश्किल से सांस ले पा रही थी। डॉक्टरों की टीम ने तो दोनों बच्चियों को निमोनिया की आशंका जताई। डॉक्टरों की टीम ने दोनों बच्चियों को गंभीर हालत देखकर मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया।

4 घंटे की मेडिकल जांच के बाद जब मीडिया कर्मियों ने डॉक्टरों की टीम से मेडिकल जांच के बारे में पूछना चाहा तो सभी ने कुछ भी कहने से अपना पल्ला झाड़ लिया। बता दें कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के से राज्य के कई जिलों के शेल्टर होम से गड़बड़ी की खबरें आ रहीं हैं। इसको लेकर वर्तमान सरकार सवालों के घेरे में है।

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भागलपुर के बालिका गृह जिला पदाधिकारी प्रणव कुमार के निर्देश पर सीएस के द्वारा गठित चार सदस्यीय जांच टीम में जवाहरलाल नेहरु मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. पूनम मोसेस, साइकियाट्रिक स्पेशलिस्ट डॉ. पंकज कुमार मनस्वी, सदर अस्पताल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रियंका रानी व शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. कुंदन शर्मा शामिल थे।