नवगछिया: नवगछिया प्रखंड का जगतपुर पंचायत पिछले दिनों ही ओडीएफ घोषित कर दिया गया है. लेकिन जब आप खुले में शौच से मुक्ति की हकीकत जानने पंचायत में जायेंगे तो पता चलेगा कि बड़े पैमाने पर लोग अभी भी खुले में ही शौच करने को विवश हैं. इतना ही नहीं जिन लोगों ने शौचालय बनवाया उन्हें नौ माह बाद भी रकम नहीं मिली है. ऐसी स्थिति में पंचायत को खुले में शौच से मुक्त घोषित कर देना बेमानी है. जब से लोगों ने जाना है कि उनका पंचायत ओडीएफ घोषित कर दिया गया है तब से यहां के लोग ठगे ठगे से महसूस कर रहे हैं.

शिविर लगा कर कहा था शौचालय बनवाओ और 12 हजार ले जाओ

जगतपुर के जपतैली गांव के वार्ड नंबर एक और दो के लोगों का कहना है कि इसी वर्ष फरवरी में सर्वप्रथम कुछ लोग सुबह सुबह उनके पंचायत में चार चक्का से आने लगे. खुले में शौच जाने वाले लोगों को जबरन रोका जाने लगा. पूरे गांव में यह समस्या विकट हो गयी. दो दिन बाद ही गांव में शिविर लगा कर कहा गया शौचालय बनवाओ और 12 हजार रूपया ले जाओ. कई ग्रामीणों ने कर्ज ले कर अपना शौचालय मार्च तक ही बनवा लिया. लेकिन अब तक राशि नहीं दिया गया है. वार्ड सदस्य प्रतिनिधि रामजी राम और मुरारी कुमार का कहना है कि दोनों वार्ड में करीब सात सौ परिवार हैं. कुल 180 लोगों ने अपना शौचालय बनवाया. अब तक महज 16 लोगों के खाते में ही रकम आयी है. बांकि कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं. वार्ड सदस्यों के प्रतिनिधियों का कहना है कि वार्ड में अभी भी चार सौ से अधिक लोग खुले में शौच जाते हैं.

केस स्टडी : कर्ज लेकर बनवाया शौचालय, पलायन की नौबत

सीता राम राम ने कहा कि फरवरी में जब वे सुबह सुबह शौचालय जा रहे थे तो उसी समय उन्हें स्वच्छताग्रहियों ने रोक कर कहा था क्यों खुले में शौचालय जा रहे हैं जब सरकार 12 हजार दे रही है तो क्यों नहीं शौचालय बनवा लेते हैं. उस वक्त उन्हें बात समझ में आ गयी. उन्होंने कर्ज लेकर अपने घर से भी अच्छा शौचालय बनवा लिया. लेकिन नौ माह तक कर्ज नहीं लौटाने के कारण कर्ज की राशि का व्याज बीस फीसदी बढ़ गया है. अब वे इस शौचालय के चक्कर में गांव से पलायन की नौबत आ गयी है. साहूकार रोज तकादा कर रहे हैं. दूसरी तरफ अभी भी गांव के लोग खुले में ही शौच जा रहे हैं. वे बुढ़बक बन गये.

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नहीं मिली राशि तो करेंगे आंदोलन

बड़ी संख्या में लोगों को शौचालय बनाने के बाद भी राशि नहीं मिलने से ग्रामीणों में आक्रोश है. जपतैली में अगर शौचालय बना कर रकम से वंचित लोगों की संख्या 145 है तो पूरे जगतपुर पंचायत में यह संख्या पांच सौ से भी अधिक है. रकम से वंचित लोगों माला देवी, लखन कुमार, फूल कुमारी, रजवीता देवी, संजो देवी, मीरा देवी, संगीता देवी, रेणु देवी, निर्मला देवी, आशा देवी, भामा देवी, शांति देवी, मधु देवी, मिथुन कुमार, कारे कुमार, उर्मिला देवी, प्रमिला देवी, बेबी देवी, सुमित्रा देवी ने कहा कि वे लोग कार्यालयों के चक्कर लगा लगा कर परेशान हैं. अब आंदोलन ही एक मात्र विकल्प है.

कहते हैं मुखिया प्रतिनिधि

मुखिया प्रतिनिधि प्रदीप यादव ने कहा कि रकम से वंचित लोगों का आक्रोशित होना जायज है. कई बार पदाधिकारियों का ध्यान इस ओर आकृष्ट किया लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला. उन्होंने ओडीएफ घोषित किये जाने के सवाल पर कहा कि पंचायत अभी पूर्णत: ओडीएफ घोषित नहीं हो पाया है. अभी भी लोग खुले में शौच करने को विवश हैं.

कहते हैं बीडीओ

नवगछिया के प्रखंड विकास पदाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा कि जगतपुर पंचायत ओडीएफ घोषित कर दिया गया है. जिन लोगों ने शौचालय बना लिया है उन्हें रकम दिये जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. कब तक मिला यह पक्के तौर पर वे नहीं बता सकते हैं.