खगड़िया के दियारा क्षेत्र में हुए इनकाउंटर में शहीद हुए थाना अध्यक्ष ने बुरी तहर घायल होते हुए भी दो बदमाशों को ढ़ेर कर दिया था। क्या है इनकाउंटर का पूरा सच जानिए घायल सिपाही दुर्गेश की जुबानी।

मुठभेड़ में पसराहा थाने के सिपाही दुर्गेश कुमार घायल हुए हैं। मेडिकल कॉलेज अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में वे भर्ती हैं। उन्होंने बताया कि शुक्रवार शाम सूचना मिली थी कि कुख्यात दिनेश मुनि अपने गिरोह के साथ बिहपुर के दुधैला दियारा में डेरा डाले हुए है। उसके बाद छापेमारी की प्लानिंग की गई। रात 10 बजे दो जीप और ट्रैक्टर पर सवार होकर हमलोग सलालपुर पहुंचे।

छापेमारी टीम में 11 जवान, तीन अफसर और चौकीदार थे। रास्ते में जीप छोड़कर सभी ट्रैक्टर पर सवार हो गए। दुधैला दियारा से पांच सौ मीटर पहले ट्रैक्टर से उतरकर हमलोग पैदल दियारा की ओर बढ़े। करीब सौ मीटर का फासला रह गया होगा कि बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। हमलोग वहीं रुक गये। थोड़ी देर बाद आगे बढ़े तो फिर गोली चलने लगी। उसी में एक गोली जांघ में लग गई। चालक चंदन और दो अन्य जवान उन्हें ट्रैक्टर के पास ले गये। इस बीच पुलिस की ओर से भी जवाबी फायरिंग शुरू कर दी गई।

छापेमारी में साथ गए जवानों ने कहा कि कुछ देर के लिए लगा कि बदमाश भाग गए हैं। बासा पर बनी झोपड़ी की तलाशी के दौरान फिर गोलियां चलने लगीं। इसी में थानेदार आशीष कुमार को गोली लग गई। घायलावस्था में उन्हें कंधे पर उठाकर ट्रैक्टर के पास लाया गया। मुठभेड़ की जानकारी परबत्ता, मड़ैया और भरतखंड पुलिस को दी गई। बिहपुर और भवानीपुर थाने की पुलिस भी दुधैला दियारा की ओर रवाना हुई, लेकिन इस बीच थानेदार आशीष कुमार ने रास्ते में दम तोड़ दिया।

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आईजी सुशीलमान सिंह खोपड़े ने बताया कि घटना की रिपोर्ट बिहपुर थाने में दर्ज की गई है। अपराधियों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है। थानाध्यक्ष ने अपराधियों का पीछा करने के बाद उन्हें मार गिराया है। यह पुलिस की साहसिक कार्रवाई है।

एडीजी, लॉ एण्ड आर्डर आलोक राज ने बताया कि शहीद साथी वीर आशीष की शहादत पर एक ओर गर्व है तो दूसरी ओर उनके परिजनों के लिए दुख की घड़ी है। वे वीर पुलिस अधिकारी थे। उन्होंने अपने कर्तव्य-पथ पर प्राणों की आहुति दी है। राज्य सरकार, पुलिस विभाग सभी मर्माहत हैं। आशीष ने शहीद होने से पूर्व अपराधियों को मार गिराया। राष्ट्रपति पदक के लिए अनुशंसा की जाएगी। सरकारी अनुग्रह राशि शीघ्र ही परिजनों को दी जाएगी। अपराधियों की धरपकड़ के लिए कांबिंग ऑपरेशन जारी रहेगा।

इनकाउंटर में खगड़िया जिले के पसराहा के दिलेर थानाध्यक्ष शहीद
खगड़िया-नवगछिया सीमा पर स्थित सलारपुर मोजमा दियारे में शुक्रवार की देर रात पुलिस व अपराधियों के बीच मुठभेड़ में पसराहा थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह शहीद हो गए। 35 वर्षीय आशीष सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर के सरोजा गांव के रहने वाले थे। मुठभेड़ में दो बदमाश भी ढेर हुए। एक की पहचान भागलपुर निवासी श्रवण यादव के रूप में की गई है। दूसरे की पहचान नहीं हो पाई है। गोलीबारी में सिपाही दुर्गेश यादव भी घायल हो गए जिनका भागलपुर में इलाज चल रहा है। वह मधुबनी जिले के रहने वाले हैं।

शुक्रवार की देर रात पसराहा पुलिस को यह सूचना मिली कि सलारपुर दियारा में खगड़िया व नवगछिया इलाके के बदमाशों का जमावड़ा लगा है। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष दल-बल के साथ दियारा की ओर रवाना हो गए। पुलिस को आते देख बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की। गोलीबारी में थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह शहीद हो गए, जबकि सिपाही दुर्गेश यादव गंभीर रूप से घायल हो गए। गोली लगने के बावजूद थानाध्यक्ष ने दो बदमाशों को मार गिराया।

खगड़िया के दियारा क्षेत्र में हुए इनकाउंटर में शहीद हुए थाना अध्यक्ष ने बुरी तहर घायल होते हुए भी दो बदमाशों को ढ़ेर कर दिया था। क्या है इनकाउंटर का पूरा सच जानिए घायल सिपाही दुर्गेश की जुबानी।

मुठभेड़ में पसराहा थाने के सिपाही दुर्गेश कुमार घायल हुए हैं। मेडिकल कॉलेज अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में वे भर्ती हैं। उन्होंने बताया कि शुक्रवार शाम सूचना मिली थी कि कुख्यात दिनेश मुनि अपने गिरोह के साथ बिहपुर के दुधैला दियारा में डेरा डाले हुए है। उसके बाद छापेमारी की प्लानिंग की गई। रात 10 बजे दो जीप और ट्रैक्टर पर सवार होकर हमलोग सलालपुर पहुंचे।

छापेमारी टीम में 11 जवान, तीन अफसर और चौकीदार थे। रास्ते में जीप छोड़कर सभी ट्रैक्टर पर सवार हो गए। दुधैला दियारा से पांच सौ मीटर पहले ट्रैक्टर से उतरकर हमलोग पैदल दियारा की ओर बढ़े। करीब सौ मीटर का फासला रह गया होगा कि बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। हमलोग वहीं रुक गये। थोड़ी देर बाद आगे बढ़े तो फिर गोली चलने लगी। उसी में एक गोली जांघ में लग गई। चालक चंदन और दो अन्य जवान उन्हें ट्रैक्टर के पास ले गये। इस बीच पुलिस की ओर से भी जवाबी फायरिंग शुरू कर दी गई।

छापेमारी में साथ गए जवानों ने कहा कि कुछ देर के लिए लगा कि बदमाश भाग गए हैं। बासा पर बनी झोपड़ी की तलाशी के दौरान फिर गोलियां चलने लगीं। इसी में थानेदार आशीष कुमार को गोली लग गई। घायलावस्था में उन्हें कंधे पर उठाकर ट्रैक्टर के पास लाया गया। मुठभेड़ की जानकारी परबत्ता, मड़ैया और भरतखंड पुलिस को दी गई। बिहपुर और भवानीपुर थाने की पुलिस भी दुधैला दियारा की ओर रवाना हुई, लेकिन इस बीच थानेदार आशीष कुमार ने रास्ते में दम तोड़ दिया।

आईजी सुशीलमान सिंह खोपड़े ने बताया कि घटना की रिपोर्ट बिहपुर थाने में दर्ज की गई है। अपराधियों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है। थानाध्यक्ष ने अपराधियों का पीछा करने के बाद उन्हें मार गिराया है। यह पुलिस की साहसिक कार्रवाई है।

एडीजी, लॉ एण्ड आर्डर आलोक राज ने बताया कि शहीद साथी वीर आशीष की शहादत पर एक ओर गर्व है तो दूसरी ओर उनके परिजनों के लिए दुख की घड़ी है। वे वीर पुलिस अधिकारी थे। उन्होंने अपने कर्तव्य-पथ पर प्राणों की आहुति दी है। राज्य सरकार, पुलिस विभाग सभी मर्माहत हैं। आशीष ने शहीद होने से पूर्व अपराधियों को मार गिराया। राष्ट्रपति पदक के लिए अनुशंसा की जाएगी। सरकारी अनुग्रह राशि शीघ्र ही परिजनों को दी जाएगी। अपराधियों की धरपकड़ के लिए कांबिंग ऑपरेशन जारी रहेगा।

इनकाउंटर में खगड़िया जिले के पसराहा के दिलेर थानाध्यक्ष शहीद
खगड़िया-नवगछिया सीमा पर स्थित सलारपुर मोजमा दियारे में शुक्रवार की देर रात पुलिस व अपराधियों के बीच मुठभेड़ में पसराहा थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह शहीद हो गए। 35 वर्षीय आशीष सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर के सरोजा गांव के रहने वाले थे। मुठभेड़ में दो बदमाश भी ढेर हुए। एक की पहचान भागलपुर निवासी श्रवण यादव के रूप में की गई है। दूसरे की पहचान नहीं हो पाई है। गोलीबारी में सिपाही दुर्गेश यादव भी घायल हो गए जिनका भागलपुर में इलाज चल रहा है। वह मधुबनी जिले के रहने वाले हैं।

शुक्रवार की देर रात पसराहा पुलिस को यह सूचना मिली कि सलारपुर दियारा में खगड़िया व नवगछिया इलाके के बदमाशों का जमावड़ा लगा है। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष दल-बल के साथ दियारा की ओर रवाना हो गए। पुलिस को आते देख बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की। गोलीबारी में थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह शहीद हो गए, जबकि सिपाही दुर्गेश यादव गंभीर रूप से घायल हो गए। गोली लगने के बावजूद थानाध्यक्ष ने दो बदमाशों को मार गिराया।